कब मनाया जाएगा पुत्रदा एकादशी?
                        
                        
                     
                
            
            
            
                                
                                                    
                                
                            
                        
                        
                            
                                
                                     अत्यंत शुभ और फलदायी व्रत
                                
                                
                                    पुत्रदा एकादशी हिंदू धर्म में अत्यंत शुभ और फलदायी मानी जाती है. यह व्रत मुख्य रूप से संतान प्राप्ति, उनकी दीर्घायु और सुखद जीवन के लिए रखा जाता है.  
                             
                        
                        
                        
                            
                                                        Credit: Social Media
                                                    
                    
                                    
                                                    
                                
                            
                        
                        
                            
                                
                                     वर्ष में दो बार 
                                
                                
                                    हिंदू पंचांग के अनुसार यह व्रत वर्ष में दो बार आता है. पहला सावन मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी. दूसरा पौष मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी.  
                             
                        
                        
                        
                            
                                                        Credit: Social Media
                                                    
                    
                                    
                                                    
                                
                            
                        
                        
                            
                                
                                     एकादशी कब है
                                
                                
                                    इस बार पौष पुत्रदा एकादशी 9 जनवरी दोपहर 12:22 बजे से शुरू हो रही है. इसकी समाप्ति 10 जनवरी सुबह 10:19 बजे होगी.  
                             
                        
                        
                        
                            
                                                        Credit: Social Media
                                                    
                    
                                    
                                                    
                                
                            
                        
                        
                            
                                
                                     क्यों रखा जाता है एकादशी व्रत
                                
                                
                                    यह व्रत संतान सुख प्राप्ति और उनके जीवन में सुख-समृद्धि के लिए रखा जाता है.  
                             
                        
                        
                        
                            
                                                        Credit: Social Media
                                                    
                    
                                    
                                                    
                                
                            
                        
                        
                            
                                
                                     संतान संबंधी इच्छाएं
                                
                                
                                    जो महिलाएं विधि-विधान से व्रत करती हैं, उनकी संतान संबंधी इच्छाएं पूर्ण होती हैं.  
                             
                        
                        
                        
                            
                                                        Credit: Social Media
                                                    
                    
                                    
                                                    
                                
                            
                        
                        
                            
                                
                                     भगवान विष्णु की पूजा
                                
                                
                                    भगवान विष्णु की पूजा उनके मंत्रों का जाप और व्रत कथा का पाठ इस दिन विशेष फलदायी माना गया है.  
                             
                        
                        
                        
                            
                                                        Credit: Social Media
                                                    
                    
                                    
                                                    
                                
                            
                        
                        
                            
                                
                                     इस मंत्रा का जाप करें
                                
                                
                                    इस दिन सभी माताओं को ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करना चाहिए.
                             
                        
                        
                        
                            
                                                        Credit: Social Media
                                                    
                    
                                    
                                                    
                                
                            
                        
                        
                            
                                
                                      केवल संतान के लिए नहीं 
                                
                                
                                    पुत्रदा एकादशी केवल संतान की कामना के लिए ही नहीं, बल्कि भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है
                             
                        
                        
                        
                            
                                                        Credit: Social Media
                                                    
                    
                
                            
                    
                        
                    
                    
                        
                            
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