महाकुंभ में डुबकी के बाद पंचक्रोशी परिक्रमा करना क्यों जरूरी?
त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान
महाकुंभ मेले के चलते लाखों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान करने के लिए प्रयागराज आ रहे हैं.
Credit: Social Media
मृत्यु के बाद मोक्ष
ऐसा माना जाता है कि इस पवित्र स्नान से सभी पाप धुल जाते हैं और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है.
Credit: Social Media
पंचक्रोशी परिक्रमा
पवित्र स्नान के साथ-साथ, शास्त्रों में पंचक्रोशी परिक्रमा को भी मुक्ति का मार्ग माना गया है.
Credit: Social Media
पवित्र शहर के चारों ओर यात्रा
पंचक्रोशी परिक्रमा प्रयागराज के पवित्र शहर के चारों ओर एक पूजनीय यात्रा है, जो लगभग 60 किलोमीटर तक फैली हुई है.
Credit: Social Media
त्यागियों और ऋषियों के बराबर फल
माना जाता है कि पवित्र जल में स्नान करने के बाद पंचक्रोशी परिक्रमा करने वाले भक्तों को त्यागियों और ऋषियों के बराबर आध्यात्मिक फल मिलता है.
Credit: Social Media
पवित्रता की गहन अनुभूति
पंचक्रोशी परिक्रमा करने से आध्यात्मिक शांति और पवित्रता की गहन अनुभूति होती है.
Credit: Social Media
पांच दोषों पर विजय
यह भक्तों को पांच दोषों वासना, क्रोध, मोह, अभिमान और लोभ पर विजय पाने में मदद करता है.
Credit: Social Media
महत्वपूर्ण धार्मिक समागम
महाकुंभ दुनिया के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक समागमों में से एक है. कुंभ हर 12 साल में भारत के चार स्थानों में से एक पर आयोजित किया जाता है.
Credit: Social Media
अमृत स्नान
29 जनवरी , 3 फरवरी, 12 फरवरी और 26 फरवरी को अमृत स्नान होना है.
Credit: Social Media
View More Web Stories