मासिक धर्म के दौरान पेट के दर्द को प्राकृतिक रूप से करें कम
गर्भाशय की मांसपेशियों को संकेत
मासिक धर्म के समय गर्भाशय अपनी अंदरूनी परत को बाहर निकालता है. इस प्रक्रिया में शरीर प्रोस्टाग्लैंडीन नामक रसायन छोड़ता है, जो गर्भाशय की मांसपेशियों को संकुचित करने का संकेत देता है.
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गर्माहट का इस्तेमाल करें
पेट के निचले हिस्से पर गर्म पानी की थैली या हीटिंग पैड लगाना सबसे पुराना और प्रभावी तरीका है. गर्मी से मांसपेशियां ढीली पड़ती हैं, रक्त प्रवाह बढ़ता है और दर्द कम होता है. कई अध्ययनों से पता चला है कि यह तरीका कुछ दर्द निवारक दवाओं जितना ही असरदार होता है, बिना किसी नुकसान के.
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हर्बल चाय पिएं
अदरक, कैमोमाइल या सौंफ की चाय न सिर्फ सुकून देती है, बल्कि इनमें मौजूद तत्व सूजन कम करते हैं और मांसपेशियों को आराम पहुंचाते हैं. अदरक विशेष रूप से दर्द की तीव्रता घटाने में मददगार साबित हुई है, और यह कई सामान्य दवाओं की तरह काम कर सकती है, लेकिन बिना किसी दुष्प्रभाव के.
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मैग्नीशियम और विटामिन B1 लें
मैग्नीशियम मांसपेशियों की अकड़न को नियंत्रित करता है, जबकि विटामिन B1 तंत्रिकाओं को मजबूत बनाता है और ऊर्जा संतुलन बनाए रखता है. इनकी नियमित खुराक से दर्द की गंभीरता और समय दोनों कम हो सकते हैं. हरी सब्जियां, नट्स या सप्लीमेंट से इन्हें लिया जा सकता है.
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भावनात्मक असंतुलन
ओमेगा-3 फैटी एसिड सूजन को नियंत्रित करते हैं और मूड को स्थिर रखने में भी सहायक होते हैं. मछली, अलसी के बीज या अखरोट जैसे खाद्य पदार्थों से इसे प्राप्त करें. इससे शारीरिक दर्द के साथ-साथ भावनात्मक असंतुलन भी कम होता है.
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हल्की व्यायाम या योग करें
पूर्ण आराम अच्छा है, लेकिन हल्की सैर, स्ट्रेचिंग या योग से रक्त संचार बेहतर होता है और शरीर प्राकृतिक दर्द निवारक एंडोर्फिन छोड़ता है. रोज़ कुछ मिनट का अभ्यास भी बड़ा बदलाव ला सकता है.
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