कैसा था बांग्लादेश की पहली प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया का जीवन?


2025/12/30 10:39:31 IST

बीएनपी की चेयरपर्सन

    बांग्लादेश की राजनीति को दशकों तक प्रभावित करने वाली प्रमुख नेता तथा बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की चेयरपर्सन बेगम खालिदा जिया का मंगलवार सुबह निधन हो गया.

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विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं

    खालिदा जिया लंबे समय से विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थीं. उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, जिन्हें उन्होंने हमेशा राजनीतिक साजिश करार दिया.

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भ्रष्टाचार मामले में बरी

    जनवरी 2025 में सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ अंतिम भ्रष्टाचार मामले में उन्हें बरी कर दिया था. इसके बाद वह फरवरी में होने वाले संसदीय चुनावों में भाग लेने की तैयारी कर रही थीं.

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आगामी चुनावों में मजबूत दावेदार

    बीएनपी को आगामी चुनावों में मजबूत दावेदार माना जा रहा है. उनके बेटे तारिक रहमान, जो पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष हैं, 17 वर्षों के स्व-निर्वासन के बाद हाल ही में देश लौटे हैं.

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खालिदा जिया का प्रारंभिक जीवन

    खालिदा जिया का जन्म 15 अगस्त 1946 को अविभाजित भारत के दिनाजपुर जिले में हुआ था. उनके पिता इस्कंदर मजूमदार और माता तैयबा मजूमदार थे. परिवार चाय के कारोबार से जुड़ा था.

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सेना अधिकारी से शादी

    विभाजन के बाद वे जलपाईगुड़ी से पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) चले गए. 1960 में उनकी शादी सेना अधिकारी जियाउर रहमान से हुई, जो बाद में बांग्लादेश के राष्ट्रपति बने.

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राजनीति में प्रवेश और उदय

    शुरुआत में खालिदा जिया एक गृहिणी के रूप में जानी जाती थीं, जो अपने दो बेटों की परवरिश में व्यस्त रहती थीं. लेकिन 1981 में एक सैन्य तख्तापलट की कोशिश में उनके पति राष्ट्रपति जियाउर रहमान की हत्या के बाद उनका जीवन बदल गया.

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पहली महिला प्रधानमंत्री

    1984 में वह बीएनपी की प्रमुख बनीं, जिसकी स्थापना उनके पति ने की थी. उन्होंने अपने पति के सपने को पूरा करने का संकल्प लिया. 1991 में बीएनपी की जीत के साथ खालिदा जिया बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं.

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चुनौतियां और विरासत

    2006 के बाद सत्ता से बाहर रहने के बावजूद खालिदा जिया और उनकी पार्टी को व्यापक जनसमर्थन मिलता रहा. उन्होंने जेल और नजरबंदी के कठिन दौर का सामना किया. उन्होंने पुरुष प्रधान राजनीति में महिलाओं के लिए नया रास्ता बनाया.

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