एससीओ शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का दमदार संबोधन


2025/09/01 15:11:35 IST

एससीओ में भारत की गूंज

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में अपने प्रभावशाली संबोधन से वैश्विक मंच पर भारत की मजबूत उपस्थिति दर्ज की. उन्होंने आतंकवाद, संप्रभुता और क्षेत्रीय सहयोग जैसे मुद्दों पर स्पष्ट और सशक्त संदेश दिया.

Credit: Social Media

आतंकवाद पर दो टूक संदेश

    पीएम मोदी ने आतंकवाद को मानवता के लिए चुनौती बताते हुए कहा कि पहलगाम हमला केवल भारत के लिए नहीं, बल्कि हर शांतिप्रिय देश के लिए खतरा है. उन्होंने दोहरे मापदंडों को खारिज करने और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया.

Credit: Social Media

संप्रभुता है सर्वोपरि

    मोदी ने वैश्विक संपर्क परियोजनाओं में राष्ट्रीय संप्रभुता के सम्मान पर बल दिया. उन्होंने कहा कि संप्रभुता को नजरअंदाज करने वाली परियोजनाएँ विश्वास और महत्व खो देती हैं. यह बयान चीन की बेल्ट एंड रोड पहल के संदर्भ में खासा अहम माना जा रहा है.

Credit: Social Media

एससीओ के लिए भारत का विजन

    प्रधानमंत्री ने एससीओ के लिए भारत के दृष्टिकोण को तीन स्तंभों सुरक्षा, संपर्क और अवसर के आधार पर रेखांकित किया. उन्होंने शांति और स्थिरता को विकास का आधार बताया और क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने की बात कही.

Credit: Social Media

चाबहार - एक भरोसेमंद विकल्प

    मोदी ने ईरान के चाबहार बंदरगाह को क्षेत्रीय संपर्क के लिए एक कुशल और विश्वसनीय प्रवेश द्वार के रूप में प्रस्तुत किया. इसे पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह के मुकाबले एक सम्मानजनक विकल्प के रूप में देखा जा रहा है.

Credit: Social Media

सांस्कृतिक संवाद का मंच

    प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि एससीओ देश अपनी प्राचीन सभ्यताओं, कला और परंपराओं को दुनिया के सामने लाने के लिए एक सभ्यतागत संवाद मंच बनाएँ. यह पहल सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देगी.

Credit: Social Media

युवा और नवाचार पर जोर

    मोदी ने स्टार्टअप, डिजिटल समावेशन और बौद्ध विरासत जैसे क्षेत्रों में भारत के योगदान पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि भारत का लक्ष्य एससीओ को सरकारों से आगे बढ़ाकर जन-जन तक ले जाना है.

Credit: Social Media

शांति और प्रगति का संदेश

    प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि शांति और प्रगति किसी भी देश की संप्रभुता की कीमत पर नहीं होनी चाहिए. उनका यह संदेश वैश्विक मंच पर भारत की सशक्त और संतुलित नीति को दर्शाता है.

Credit: Social Media

वैश्विक मंच पर भारत की धमक

    पीएम मोदी का यह संबोधन न केवल एससीओ देशों, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक मजबूत संदेश है. भारत ने आतंकवाद, संप्रभुता और सांस्कृतिक एकता जैसे मुद्दों पर अपनी स्पष्ट राय रखी, जो वैश्विक सहयोग को नई दिशा देगा.

Credit: Social Media

View More Web Stories