रक्षाबंधन पर इस समय भूलकर भी न बांधे राखी
भाई-बहन के अटूट रिश्ते
रक्षाबंधन, भाई-बहन के अटूट रिश्ते का प्रतीक, इस बार 9 अगस्त को मनाया जाएगा. आइए, इस पर्व के शुभ मुहूर्त और अनुष्ठानों के बारे में जानें.
Credit: Social Media
रक्षाबंधन का महत्व
रक्षाबंधन भाई-बहन के स्नेह का खास त्यौहार है. बहनें भाई की लंबी उम्र के लिए राखी बांधती हैं. भाई बदले में रक्षा का वचन और उपहार देते हैं. शुभ मुहूर्त में राखी बाँधना इस पर्व को और खास बनाता है.
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रक्षाबंधन 2025 की तारीख
इस साल रक्षाबंधन 9 अगस्त को मनाया जाएगा. पूर्णिमा तिथि 8 अगस्त को दोपहर 3:42 बजे शुरू होगी और 9 अगस्त को दोपहर 2:54 बजे खत्म होगी. इस दिन भद्रा नहीं है, जो शुभ है.
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शुभ मुहूर्त
राखी बाँधने का सबसे अच्छा समय सुबह 5:47 से दोपहर 1:24 बजे तक है. यह अवधि 7 घंटे 37 मिनट की है. इस समय राखी बाँधने से सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. हालांकि इस दौरान कुछ समय राखी बांधने से बचें.
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अशुभ समय से बचें
9 अगस्त को कुछ अशुभ समय से बचना जरूरी है. सुबह 8:52 से 9:44 बजे तक और फिर सुबह 11:07 से दोपहर 12:44 बजे तक राखी सांधने से बचें.
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पर्व की भावना
रक्षाबंधन केवल राखी बाँधने का पर्व नहीं, बल्कि परिवार के प्यार और विश्वास का उत्सव है. इस दिन भाई-बहन एक-दूसरे के साथ समय बिताते हैं और मिठाइयां खाते हैं. यह पर्व रिश्तों को और मजबूत करता है.
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शुभ मुहूर्त का महत्व
शुभ मुहूर्त में राखी बाँधने से रिश्तों में सकारात्मकता आती है. अशुभ समय में कोई भी शुभ कार्य वर्जित है. इसलिए, समय का ध्यान रखें.
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परिवार के साथ उत्सव
कई परिवार इस दिन एक साथ भोजन करते हैं. यह पर्व नए पारिवारिक रिश्तों को भी जोड़ता है. ननद और भाभी के बीच लुम्बा राखी का चलन खास है.
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रक्षाबंधन की तैयारियां
राखी की थाली सजाने से लेकर उपहार चुनने तक, यह पर्व उत्साह से भरा होता है. बहनें अपने भाई के लिए खास राखी चुनती हैं.
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