छोटे बदलावों से होगा बड़ा असर, पर्यावरण दिवस पर अपनाएं ये आदत


2025/06/05 12:03:09 IST

विश्व पर्यावरण दिवस का महत्व

    हर साल 5 जून को मनाया जाने वाला विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता बढ़ाने का एक वैश्विक मंच है. 1973 में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) ने पहली बार इसकी शुरुआत की थी, जिसकी थीम थी केवल एक पृथ्वी. इस साल कोरिया गणराज्य के नेतृत्व में प्लास्टिक प्रदूषण को खत्म करने पर जोर दिया जा रहा है.

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थीम - प्लास्टिक प्रदूषण को हराएं

    इस वर्ष की थीम प्लास्टिक प्रदूषण को हराएं है. प्लास्टिक आज पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुका है. माइक्रोप्लास्टिक हमारे शरीर तक में प्रवेश कर चुके हैं. विश्व पर्यावरण दिवस 2025 सामूहिक कार्रवाई के माध्यम से इस संकट से निपटने का आह्वान करता है.

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पुन: प्रयोज्य बोतल का उपयोग

    एक बार उपयोग वाली प्लास्टिक बोतलें पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाती हैं. एक टिकाऊ, पुन: प्रयोज्य पानी की बोतल खरीदें. यह न केवल पर्यावरण के लिए बेहतर है, बल्कि आपको बार-बार बोतलबंद पानी खरीदने से भी बचाएगा.

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प्लास्टिक बैग को कहें ना

    हमेशा अपने साथ कपड़े या जूट के दोबारा इस्तेमाल होने वाले बैग रखें. दुकानों पर प्लास्टिक बैग लेने से मना करें. यह छोटा कदम प्लास्टिक कचरे को कम करने में बड़ा बदलाव ला सकता है.

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पर्यावरण-अनुकूल कंटेनर

    प्लास्टिक रैप और डिस्पोजेबल कंटेनर के बजाय कांच, स्टेनलेस स्टील या सिलिकॉन के कंटेनर चुनें. ये न सिर्फ पर्यावरण के लिए सुरक्षित हैं, बल्कि भोजन को गर्म करने और स्टोर करने के लिए भी बेहतर हैं.

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सिंगल-यूज़ कटलरी से बचें

    अपने बैग में मेटल या बांस से बने स्ट्रॉ और पुन: प्रयोज्य कटलरी सेट रखें. कई कैफे और रेस्तरां अब ग्राहकों को अपने कटलरी लाने की अनुमति देते हैं, जो प्लास्टिक कचरे को कम करता है.

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कम पैकेजिंग, ज्यादा बचत

    फल, सब्जियां और अनाज जैसी चीजें थोक में या कम पैकेजिंग में खरीदें. अपनी दुकानों पर चावल, दाल या मेवे जैसे सामान को अपने कंटेनर में भरवाएं. यह कदम प्लास्टिक उपयोग को काफी हद तक कम करता है.

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शैम्पू बार का उपयोग

    प्लास्टिक की बोतलों में आने वाले तरल साबुन और शैम्पू को छोड़कर बार साबुन और शैम्पू बार अपनाएं. ये लंबे समय तक चलते हैं और इनकी पैकेजिंग आमतौर पर रीसाइकिल या कम्पोस्टेबल होती है.

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थोक में खरीदारी

    डिटर्जेंट, तेल या स्नैक्स जैसी रोजमर्रा की चीजों को थोक में खरीदें. इससे प्लास्टिक कंटेनरों की संख्या कम होती है और लंबे समय में कचरा कम होता है.

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