रक्षा बंधन 2025 में कब मनाया जाएगा? जानें शुभ मुहूर्त
रक्षा बंधन का अर्थ
रक्षा बंधन एक खास हिंदू त्यौहार है, जो भाई-बहन के अनमोल रिश्ते को सेलिब्रेट करता है. “रक्षा का बंधन” इस त्यौहार का प्रतीक है, जिसमें बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं. यह धागा प्यार और सुरक्षा का वादा है.
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पौराणिक कहानी
रक्षा बंधन की कहानी भगवान कृष्ण और द्रौपदी से जुड़ी है. जब कृष्ण की उंगली से खून बह रहा था, द्रौपदी ने अपनी साड़ी का टुकड़ा फाड़कर उनकी उंगली पर बांध दिया. इस प्रेम और देखभाल ने राखी के बंधन की नींव रखी.
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राखी बांधने की रस्म
इस दिन बहनें एक थाली सजाती हैं, जिसमें राखी, रोली, चावल, मिठाई और दीया होता है. वे भाइयों के माथे पर तिलक लगाती हैं, आरती करती हैं और राखी बांधती हैं. भाई बदले में बहनों की रक्षा का वादा करते हैं और उपहार देते हैं.
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इस दिन मनेगा रक्षा बंधन
अभी तक मिल रही जानकारी के मुताबिक इस बार रक्षा बंधन 9 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा. यह श्रावण मास की पूर्णिमा का दिन है. राखी बांधने का शुभ समय सुबह 5:47 से दोपहर 1:24 बजे तक रहेगा.
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देशभर में अलग-अलग रंग
रक्षा बंधन पूरे भारत में उत्साह से मनाया जाता है. पश्चिम बंगाल में इसे ‘झूलन पूर्णिमा’ कहते हैं, जहां राधा-कृष्ण की पूजा होती है. महाराष्ट्र में कोली समुदाय इसे ‘नारली पूर्णिमा’ के रूप में नारियल उत्सव के साथ मनाता है.
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परिवार का मिलन
यह त्यौहार परिवारों को एकजुट करता है. लोग स्वादिष्ट व्यंजन बनाते हैं, उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं और साथ में समय बिताते हैं. यह प्यार, सम्मान और देखभाल का प्रतीक है.
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राखी का महत्व
राखी सिर्फ एक धागा नहीं, बल्कि भाई-बहन के बीच विश्वास और स्नेह का बंधन है. यह त्यौहार हमें रिश्तों की अहमियत और एक-दूसरे की रक्षा का वादा याद दिलाता है.
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उत्सव की तैयारियां
लोग राखी के लिए पहले से तैयारियां शुरू कर देते हैं. बाजारों में रंग-बिरंगी राखियां और मिठाइयां सज जाती हैं. यह त्यौहार खुशी और उत्साह का माहौल लाता है.
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