राम विवाह पर करें इस तरह भगवान की अराधना, मिलेगा अपार सुख


2023/12/17 11:16:47 IST

स्वयंवर

    शास्त्रों में बताया गया है कि, इसी दिन मिथिला में स्वयंवर जीतकर भगवान श्री राम ने जनक दुलारी माता सीता से विवाह किया था.

स्नान

    विवाह पंचमी पर प्रात काल उठकर आप स्नान करें, इसके बाद श्री राम और माता सीता के विवाह का संकल्प लेकर व्रत रख लें.

मूर्ति की स्थापना

    जबकि भगवान श्री राम और माता सीता की मूर्ति या तस्वीर को उत्तर या पूर्व दिशा में रखकर स्थापना कर दें.

मंत्र का जाप

    इसके बाद भगवान श्रीराम को पीले रंग और माता सीता को लाल रंग के वस्त्र पहनाएं.इसके बाद आप घी का दीपक जलाकर कल्याणं, आरोग्यं धन संपदाम्, शत्रु बुद्धि विनाशाय, दीपं ज्योति नमोस्तुते, इस मंत्र का जाप करते हुए इसे प्रज्वलित करें

विवाह प्रसंग

    विवाह पंचमी के दिन बालकांड में विवाह प्रसंग का पाठ करना शुभ माना जाता है, इसके बावजूद आप रामचरितमानस या राम रक्षा स्त्रोत का पाठ भी कर सकते हैं.

सुहाग की चीजें

    सुहागिन महिलाएं माता जानकी को सुहाग की चीजें अर्पित करें.इसके बाद माता सीता भगवान श्रीराम का गठबंधन करके उनकी आरती करें.

विवाह करना अशुभ

    विवाह पंचमी के दिन विवाह करना अशुभ माना जाता है. पुरानी कहावत है कि, इससे आने वाला वैवाहिक जीवन सुखमय रहता.

गरीबोंं को दान

    इतना ही नहीं इस दिन गरीब लोगों को भोजन कराने और श्रद्धा अनुसार दान करना बेहद फलदायी होता है.

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