जेपी नड्डा का कांग्रेस पर हमला, आतंकवाद पर सख्ती का दावा
कांग्रेस पर तीखा हमला
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को राज्यसभा में कांग्रेस पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 26/11 मुंबई हमले को आरएसएस से जोड़ा.
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10 साल में कोई बड़ा हमला नहीं
नड्डा ने दावा किया कि पिछले 10 सालों में जम्मू-कश्मीर को छोड़कर देश में कोई बड़ा आतंकी हमला नहीं हुआ. उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की.
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यूपीए सरकार पर सवाल
नड्डा ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और यूपीए सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि 2005 के दिल्ली बम धमाकों, 2006 के वाराणसी हमले और 2006 के मुंबई ट्रेन धमाकों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
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26/11 हमले का जिक्र
नड्डा ने इसे सरकार की असंवेदनशीलता बताया. उन्होंने 2009 के एससीओ शिखर सम्मेलन में 26/11 हमले का जिक्र न होने पर भी सवाल उठाया.
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ऑपरेशन सिंदूर की सफलता
नड्डा ने ऑपरेशन सिंदूर को भारत की ताकत बताया. उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल के हमले का बदला 22 मिनट में लिया गया.
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दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
उरी सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने पहली बार खुलकर कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. तीन दिन में आतंकी ठिकाने नष्ट कर दिए गए. यह बदलते भारत का प्रतीक है.
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अनुच्छेद 370 का असर
नड्डा ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में स्थानीय आतंकवाद खत्म हो गया. 2010-14 के बीच 2,654 पथराव की घटनाएँ हुईं. लेकिन पिछले तीन साल में कोई पथराव या बंद नहीं हुआ. यह पीएम मोदी की नीतियों का नतीजा है.
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कांग्रेस की नीतियों पर हमला
नड्डा ने पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू की अक्साई चिन पर टिप्पणी की आलोचना की. उन्होंने 1971 युद्ध के बाद शिमला समझौते में 15,000 वर्ग किलोमीटर जमीन पाकिस्तान को देने का जिक्र किया. नड्डा ने कांग्रेस पर पाकिस्तान के सामने झुकने का आरोप लगाया.
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आतंक और बातचीत नहीं
नड्डा ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के बयान को दोहराया कि आतंक और बातचीत साथ नहीं चल सकते. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने पाकिस्तान को परमाणु धमकी देना बंद करने की चेतावनी दी. आतंकवाद का समर्थन करने वालों और प्रायोजकों में कोई फर्क नहीं है.
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