US Invites Pakistan: पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर अमेरिका यात्रा पर जाने की तैयारी में हैं. सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ पर शनिवार को परेड में शामिल होंगे.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम का भी हिस्सा बनेंगे. मुनीर अमेरिकी विदेश विभाग और पेंटागन के अधिकारियों से भी मिलेंगे. यह यात्रा भारत-पाक तनाव के बीच हो रही है. जिससे भारत और अमेरिका के रिश्ते को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है.
अमेरिकी सेंट्रल कमांड (CENTCOM) के प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला ने हाल ही में मुनीर की तारीफ की. उन्होंने पाकिस्तान को आतंकवाद विरोधी अभियानों में अभूतपूर्व भागीदार बताया. कुरिल्ला ने ISIS-खोरासन के खिलाफ पाकिस्तान के योगदान की सराहना की. लेकिन भारत में इस पर तीखी प्रतिक्रिया हुई. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसे भारत के लिए कूटनीतिक झटका कहा. उन्होंने मुनीर के भड़काऊ बयानों का जिक्र किया, जो पहलगाम हमले से पहले दिए गए थे.
पहलगाम हमले में 26 मासूमों की जान ले ली गई थी. जिसके बाद दोनों देशों के बीच सामने-सामनें युद्ध देख्ने को मिला. भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और आतंकवादियों को बड़ा झटका दिया. भारत ने पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग करने के लिए कूटनीति तेज कर दी. 33 देशों और यूरोपीय संघ में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजे गए. इस बीच, मुनीर की अमेरिका यात्रा ने भारत में नाराजगी बढ़ा दी है. मुनीर की यात्रा के खिलाफ वाशिंगटन में विरोध की योजना है.
विश्लेषक माइकल कुगेलमैन ने कहा कि अमेरिका और पाकिस्तान के सैन्य रिश्ते मजबूत हैं. मुनीर और कुरिल्ला दो साल में तीन बार मिल चुके हैं. कुगेलमैन ने बताया कि मुनीर सेंटकॉम में भी रुक सकते हैं. हालांकि अमेरिका और पाकिस्तान दोनों देशों ने इस यात्रा की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. मुनीर की यात्रा भारत के लिए चिंता का विषय है. रमेश ने कहा कि यह भारत की कूटनीतिक कोशिशों को झटका दे सकता है. पहलगाम हमले के बाद भारत पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगा रहा है. इस यात्रा से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ सकता है.
US Invites Pakistan: पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर अमेरिका यात्रा पर जाने की तैयारी में हैं. सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ पर शनिवार को परेड में शामिल होंगे.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम का भी हिस्सा बनेंगे. मुनीर अमेरिकी विदेश विभाग और पेंटागन के अधिकारियों से भी मिलेंगे. यह यात्रा भारत-पाक तनाव के बीच हो रही है. जिससे भारत और अमेरिका के रिश्ते को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है.
अमेरिकी सेंट्रल कमांड (CENTCOM) के प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला ने हाल ही में मुनीर की तारीफ की. उन्होंने पाकिस्तान को आतंकवाद विरोधी अभियानों में अभूतपूर्व भागीदार बताया. कुरिल्ला ने ISIS-खोरासन के खिलाफ पाकिस्तान के योगदान की सराहना की. लेकिन भारत में इस पर तीखी प्रतिक्रिया हुई. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसे भारत के लिए कूटनीतिक झटका कहा. उन्होंने मुनीर के भड़काऊ बयानों का जिक्र किया, जो पहलगाम हमले से पहले दिए गए थे.
पहलगाम हमले में 26 मासूमों की जान ले ली गई थी. जिसके बाद दोनों देशों के बीच सामने-सामनें युद्ध देख्ने को मिला. भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और आतंकवादियों को बड़ा झटका दिया. भारत ने पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग करने के लिए कूटनीति तेज कर दी. 33 देशों और यूरोपीय संघ में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजे गए. इस बीच, मुनीर की अमेरिका यात्रा ने भारत में नाराजगी बढ़ा दी है. मुनीर की यात्रा के खिलाफ वाशिंगटन में विरोध की योजना है.
विश्लेषक माइकल कुगेलमैन ने कहा कि अमेरिका और पाकिस्तान के सैन्य रिश्ते मजबूत हैं. मुनीर और कुरिल्ला दो साल में तीन बार मिल चुके हैं. कुगेलमैन ने बताया कि मुनीर सेंटकॉम में भी रुक सकते हैं. हालांकि अमेरिका और पाकिस्तान दोनों देशों ने इस यात्रा की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. मुनीर की यात्रा भारत के लिए चिंता का विषय है. रमेश ने कहा कि यह भारत की कूटनीतिक कोशिशों को झटका दे सकता है. पहलगाम हमले के बाद भारत पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगा रहा है. इस यात्रा से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ सकता है.