PM Modi Cyprus Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साइप्रस पहुंचे. जहां उन्हें सर्वोच्च सम्मान ग्रैंड क्रॉस ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ मकारियोस III से सम्मानित किया गया. पीएम मोदी के लिए यह सम्मान समारोह राष्ट्रपति भवन आयोजित किया गया. प्रधानमंत्री ने इस पुरस्कार को भारत और साइप्रस के बीच मित्रता को समर्पित किया.
उन्होंने एक एक्स पोस्ट में लिखा कि यह सम्मान हमारे राष्ट्रों की दोस्ती का प्रतीक है. मैं इसे स्वीकार कर गौरवान्वित हूं. यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की साइप्रस की पहली आधिकारिक यात्रा थी, जिसने दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत किया.
ऑर्डर ऑफ़ मकारियोस III साइप्रस का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान है. यह साइप्रस के पहले राष्ट्रपति आर्कबिशप मकारियोस III की स्मृति में दिया जाता है. यह पुरस्कार राष्ट्राध्यक्षों और विशेष योगदान देने वालों को प्रदान किया जाता है. इसमें ग्रैंड कॉलर, ग्रैंड क्रॉस, ग्रैंड कमांडर, कमांडर, ऑफिसर और नाइट जैसे स्तर शामिल हैं. यह सम्मान साइप्रस के राष्ट्रपति द्वारा ही दिया जाता है. प्रधानमंत्री मोदी को प्राप्त 'ग्रैंड क्रॉस' इस पुरस्कार का दूसरा सबसे बड़ा स्तर है, जो उनकी वैश्विक कद और भारत-साइप्रस संबंधों को बढ़ाने में योगदान को दर्शाता है. प्रधानमंत्री मोदी 15 जून को साइप्रस पहुंचे. लारनाका अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति क्रिस्टोडौलाइड्स ने उनकी अगवानी की. लिमासोल में भारतीय प्रवासियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. यह यात्रा तीन देशों की यात्रा का हिस्सा थी. निकोसिया के राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत हुआ. इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और साइप्रस के बीच आर्थिक और रणनीतिक सहयोग पर चर्चा की.
राष्ट्रपति क्रिस्टोडौलाइड्स के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने प्रमुख सीईओ के साथ गोलमेज बैठक की. इस बैठक में नवाचार, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं पर जोर दिया गया. मोदी ने भारत में पिछले एक दशक के सुधारों को रेखांकित किया. साइप्रस प्रेसीडेंसी ने एक एक्स पोस्ट में कहा कि हम भारत के साथ आर्थिक सहयोग को और गहरा कर रहे हैं. यह साझेदारी विश्वास, नवाचार और साझा मूल्यों पर आधारित है. इस बैठक ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने का मार्ग प्रशस्त किया. यह दौरा भारत और साइप्रस के बीच संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ता है. दोनों देशों ने नवाचार, व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई. साइप्रस प्रेसीडेंसी ने इसे सहयोग और समृद्धि का मजबूत संदेश बताया. प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा और सम्मान दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और भविष्य की संभावनाओं को रेखांकित करता है. यह भारत की वैश्विक कूटनीति और साइप्रस के साथ बढ़ते रिश्तों का प्रतीक है.
PM Modi Cyprus Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साइप्रस पहुंचे. जहां उन्हें सर्वोच्च सम्मान ग्रैंड क्रॉस ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ मकारियोस III से सम्मानित किया गया. पीएम मोदी के लिए यह सम्मान समारोह राष्ट्रपति भवन आयोजित किया गया. प्रधानमंत्री ने इस पुरस्कार को भारत और साइप्रस के बीच मित्रता को समर्पित किया.
उन्होंने एक एक्स पोस्ट में लिखा कि यह सम्मान हमारे राष्ट्रों की दोस्ती का प्रतीक है. मैं इसे स्वीकार कर गौरवान्वित हूं. यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की साइप्रस की पहली आधिकारिक यात्रा थी, जिसने दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत किया.
ऑर्डर ऑफ़ मकारियोस III साइप्रस का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान है. यह साइप्रस के पहले राष्ट्रपति आर्कबिशप मकारियोस III की स्मृति में दिया जाता है. यह पुरस्कार राष्ट्राध्यक्षों और विशेष योगदान देने वालों को प्रदान किया जाता है. इसमें ग्रैंड कॉलर, ग्रैंड क्रॉस, ग्रैंड कमांडर, कमांडर, ऑफिसर और नाइट जैसे स्तर शामिल हैं. यह सम्मान साइप्रस के राष्ट्रपति द्वारा ही दिया जाता है. प्रधानमंत्री मोदी को प्राप्त 'ग्रैंड क्रॉस' इस पुरस्कार का दूसरा सबसे बड़ा स्तर है, जो उनकी वैश्विक कद और भारत-साइप्रस संबंधों को बढ़ाने में योगदान को दर्शाता है. प्रधानमंत्री मोदी 15 जून को साइप्रस पहुंचे. लारनाका अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति क्रिस्टोडौलाइड्स ने उनकी अगवानी की. लिमासोल में भारतीय प्रवासियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. यह यात्रा तीन देशों की यात्रा का हिस्सा थी. निकोसिया के राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत हुआ. इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और साइप्रस के बीच आर्थिक और रणनीतिक सहयोग पर चर्चा की.
राष्ट्रपति क्रिस्टोडौलाइड्स के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने प्रमुख सीईओ के साथ गोलमेज बैठक की. इस बैठक में नवाचार, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं पर जोर दिया गया. मोदी ने भारत में पिछले एक दशक के सुधारों को रेखांकित किया. साइप्रस प्रेसीडेंसी ने एक एक्स पोस्ट में कहा कि हम भारत के साथ आर्थिक सहयोग को और गहरा कर रहे हैं. यह साझेदारी विश्वास, नवाचार और साझा मूल्यों पर आधारित है. इस बैठक ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने का मार्ग प्रशस्त किया. यह दौरा भारत और साइप्रस के बीच संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ता है. दोनों देशों ने नवाचार, व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई. साइप्रस प्रेसीडेंसी ने इसे सहयोग और समृद्धि का मजबूत संदेश बताया. प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा और सम्मान दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और भविष्य की संभावनाओं को रेखांकित करता है. यह भारत की वैश्विक कूटनीति और साइप्रस के साथ बढ़ते रिश्तों का प्रतीक है.