'यह युद्ध का युग नहीं', प्रधानमंत्री मोदी ने साइप्रस से दिया शांति का संदेश

साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलाइड्स के साथ बैठक में उन्होंने शांति और स्थिरता की जरूरत पर जोर दिया. दोनों नेताओं ने माना कि युद्ध का असर सिर्फ मध्य पूर्व तक सीमित नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि युद्ध से मानवता को नुकसान होता है.

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Courtesy: Social Media

PM Modi Cyprus Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साइप्रस यात्रा पर पहुंचे हैं. जहां उन्हें सम्मानित किया गया. इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष को लेकर चिंता जाहिर की है. मध्य पूर्व में चार दिन से जारी इस तनाव पर पीएम मोदी ने कहा कु यह युद्ध का युग नहीं है.

साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलाइड्स के साथ बैठक में उन्होंने शांति और स्थिरता की जरूरत पर जोर दिया. दोनों नेताओं ने माना कि युद्ध का असर सिर्फ मध्य पूर्व तक सीमित नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि युद्ध से मानवता को नुकसान होता है. उन्होंने बातचीत के जरिए समाधान की वकालत की. 

तीन देशों के दौरे का पहला पड़ाव

साइप्रस के राष्ट्रपति के साथ चर्चा में उन्होंने पश्चिम एशिया और यूरोप के संघर्षों पर भी चिंता जताई. मोदी ने स्पष्ट किया कि हमें शांति और स्थिरता के लिए काम करना होगा. यह संदेश वैश्विक मंच पर भारत की शांति की नीति को दर्शाता है. पीएम मोदी की यह साइप्रस यात्रा 20 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है. यह उनके तीन देशों के दौरे का पहला पड़ाव है. रविवार को साइप्रस पहुंचने पर उनका गर्मजोशी से स्वागत हुआ. राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत के बाद मोदी ने राष्ट्रपति क्रिस्टोडौलाइड्स के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की. इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मौजूद रहे.

भारत-साइप्रस संबंधों को नई दिशा

मोदी ने साइप्रस यात्रा को भारत-साइप्रस संबंधों के लिए अहम बताया. उन्होंने एक्स पर लिखा कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और अन्य क्षेत्रों में नए अवसर लाएगी. वार्ता में दोनों नेताओं ने आर्थिक और रणनीतिक सहयोग पर चर्चा की. साइप्रस भारत के लिए यूरोप और मध्य पूर्व से जुड़ने का महत्वपूर्ण केंद्र है. इस यात्रा से दोनों देशों की दोस्ती और मजबूत होगी. पीएम मोदी का यह बयान वैश्विक शांति में भारत की सक्रिय भूमिका को रेखांकित करता है. इजरायल-ईरान जैसे जटिल मुद्दों पर भारत ने हमेशा संयम और बातचीत का रास्ता अपनाया है. साइप्रस जैसे मित्र देशों के साथ मिलकर भारत वैश्विक स्थिरता के लिए काम कर रहा है. यह यात्रा और मोदी का संदेश दुनिया को एकजुट होने का आह्वान है.  

PM Modi Cyprus Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साइप्रस यात्रा पर पहुंचे हैं. जहां उन्हें सम्मानित किया गया. इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष को लेकर चिंता जाहिर की है. मध्य पूर्व में चार दिन से जारी इस तनाव पर पीएम मोदी ने कहा कु यह युद्ध का युग नहीं है.

साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलाइड्स के साथ बैठक में उन्होंने शांति और स्थिरता की जरूरत पर जोर दिया. दोनों नेताओं ने माना कि युद्ध का असर सिर्फ मध्य पूर्व तक सीमित नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि युद्ध से मानवता को नुकसान होता है. उन्होंने बातचीत के जरिए समाधान की वकालत की. 

तीन देशों के दौरे का पहला पड़ाव

साइप्रस के राष्ट्रपति के साथ चर्चा में उन्होंने पश्चिम एशिया और यूरोप के संघर्षों पर भी चिंता जताई. मोदी ने स्पष्ट किया कि हमें शांति और स्थिरता के लिए काम करना होगा. यह संदेश वैश्विक मंच पर भारत की शांति की नीति को दर्शाता है. पीएम मोदी की यह साइप्रस यात्रा 20 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है. यह उनके तीन देशों के दौरे का पहला पड़ाव है. रविवार को साइप्रस पहुंचने पर उनका गर्मजोशी से स्वागत हुआ. राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत के बाद मोदी ने राष्ट्रपति क्रिस्टोडौलाइड्स के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की. इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मौजूद रहे.

भारत-साइप्रस संबंधों को नई दिशा

मोदी ने साइप्रस यात्रा को भारत-साइप्रस संबंधों के लिए अहम बताया. उन्होंने एक्स पर लिखा कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और अन्य क्षेत्रों में नए अवसर लाएगी. वार्ता में दोनों नेताओं ने आर्थिक और रणनीतिक सहयोग पर चर्चा की. साइप्रस भारत के लिए यूरोप और मध्य पूर्व से जुड़ने का महत्वपूर्ण केंद्र है. इस यात्रा से दोनों देशों की दोस्ती और मजबूत होगी. पीएम मोदी का यह बयान वैश्विक शांति में भारत की सक्रिय भूमिका को रेखांकित करता है. इजरायल-ईरान जैसे जटिल मुद्दों पर भारत ने हमेशा संयम और बातचीत का रास्ता अपनाया है. साइप्रस जैसे मित्र देशों के साथ मिलकर भारत वैश्विक स्थिरता के लिए काम कर रहा है. यह यात्रा और मोदी का संदेश दुनिया को एकजुट होने का आह्वान है.  

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