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यूक्रेन का रूस पर नया हमला, हवाई हमले के बाद पानी के नीचे विस्फोट

यूक्रेन इन दिनों रुस कोलगातर जवाब दे रहा है. पहले ऑपरेशन स्पाइडर वेब के माध्यम 42 सैन्य विमानों को निशाना बनाया गया था, अब पानी के नीचे विस्फोट की खबर सामने आ रही है. यूक्रेन का कहना है कि रूस क्रीमिया पुल का इस्तेमाल सैनिकों और सैन्य उपकरणों को लाने के लिए करता है.

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Courtesy: Social Media

Crimean Bridge Attack: यूक्रेन ने मंगलवार को क्रीमिया पुल पर तीसरा हमला किया. यह पुल रूस से क्रीमिया को जोड़ता है. यूक्रेन की गुप्त सेवा एसबीयू ने इसे 'अनूठा विशेष अभियान' बताया. इस बार हमला पानी के नीचे किया गया. एसबीयू ने विस्फोट और मलबे का फुटेज जारी किया. तस्वीरों में पुल के किनारे कुछ नुकसान दिखा. 

एसबीयू ने बताया कि एक हजार किलोग्राम से ज्यादा विस्फोटक इस्तेमाल हुआ. यह विस्फोट पुल के एक पानी के नीचे के खंभे पर किया गया. हालांकि, नुकसान की सटीक जानकारी नहीं मिली. 19 किलोमीटर लंबा यह पुल मंगलवार दोपहर सामान्य रूप से काम करता दिखा. रूसी मीडिया के अनुसार, इसे सुबह चार घंटे के लिए बंद किया गया था. 

पुल क्यों है निशाना?

यूक्रेन का कहना है कि क्रीमिया पुल एक वैध लक्ष्य है. रूस इसका इस्तेमाल सैनिकों और सैन्य उपकरणों को लाने के लिए करता है. 2022 में रूस के आक्रमण के बाद से यह पुल कई बार निशाना बना है. यूक्रेन इसे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मानता है. यह क्रीमिया पुल पर तीसरा बड़ा हमला है. पहले के हमलों ने भी रूस की रसद व्यवस्था को प्रभावित किया था. इस बार पानी के नीचे विस्फोट ने नई रणनीति दिखाई. यूक्रेन का दावा है कि यह अभियान सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध था. 

रूस की प्रतिक्रिया

रूसी अधिकारियों ने हमले पर तुरंत टिप्पणी नहीं की. रूसी राज्य मीडिया ने केवल यातायात बंद होने की सूचना दी. पुल का सामान्य संचालन जल्द बहाल हो गया. इससे नुकसान की सीमा पर सवाल उठ रहे हैं. यूक्रेन की इस कार्रवाई से रूस पर दबाव बढ़ेगा. क्रीमिया पुल रूस के लिए महत्वपूर्ण आपूर्ति मार्ग है. इसे निशाना बनाकर यूक्रेन रूस की सैन्य रसद को कमजोर करना चाहता है. एसबीयू ने इसे एक तकनीकी और रणनीतिक जीत बताया. यह हमला यूक्रेन-रूस संघर्ष में नया मोड़ ला सकता है. क्रीमिया पुल का रणनीतिक महत्व दोनों देशों के लिए अहम है. इस घटना पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर रहेगी. 

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