Israel Iran Conflict: इजरायल और ईरान के बीच लड़ाई का सातंवा दिन चल रहा है. दोनों देशों के बीच लगातार हमले किए जा रहे हैं. जिसका असर आम नागरिकों पर भी पड़ रहा है. हालांकि इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक बयान ने लोगों को और भी ज्यादा टेंशन में डाल दिया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति से जब यह पूछा गया कि क्या अमेरिका भी इजरायल के सैन्य अभियान का हिस्सा बनने वाला है? तो इसपर ट्रंप के जवाब ने सभी को चौंका दिया. उन्होंने कहा कि कोई नहीं जानता इस बारे में कि आगे क्या होने वाला है. ऐसे तनाव भरे में अमेरिकी राष्ट्रपति के ऐसे बयान ने लोगों के लिए थोड़ी चिंता खड़ी कर दी है.
व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने इस सवाल के जवाब में कहा कि मैं ऐसा कर सकता हूं. या फिर ऐसा नहीं भी कर सकता. मेरे कहने का मतलब है कि कोई नहीं जानता कि मैं क्या करने वाला हूं. ऐसी चर्चाओं के लिए थोड़ी देर हो चुकी है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक अमेरिका के अलावा जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के विदेश मंत्री परमाणु वार्ता के लिए शुक्रवार को जिनेवा में ईरानी समकक्ष से मिलने वाले हैं. इजरायल द्वारा किए जा रहे लगातार हमले की वजह से ईरान की राजधानी तेहरान को आम नागरिक छोड़ रहे हैं. इस शहर को छोड़कर जाने वाले राजमार्गों पर भीड़ लगी है. हालांकि कुछ सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक अमेरिका ने इजरायल को हमले की मंजूरी दे दी है. लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि तेहरान अपने परमाणु कार्यक्रम को छोड़ दे.
डोनाल्ड ट्रंप ने पत्रकारों से बात करते हुए कई सवालों का जवाब दिया. जब अमेरिकी राष्ट्रपति से यह पूछा गया कि क्या इजरायली हमले के कारण ईरानी सरकार गिर सकता है. जिसपर ट्रंप ने कहा कि जरूर गिर सकता है. ऐसे समय में कुछ भी हो सकता है. कुल मिलाकर किसी भी सवाल का ट्रंप ने खुलकर जवाब नहीं दिया, लेकिन अपने जबावों से ईरान पर परमाणु कार्यक्रमों को खत्म करने के लिए और भी ज्यादा दबाव बनाया. इस तनाव की घड़ी में ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने टीवी पर दिए भाषण में अमेरिकी राष्ट्रपति की आलोचना की. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अमेरिकियों को यह पता होना चाहिए उनके द्वारा किया गया सैन्य हस्तक्षेप भारी पड़ सकता है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ईरान राष्ट्र आत्मसमर्पण नहीं करने वाला है. इजरायल ने अपने हमले में ईरान के पुलिस मुख्यालय को नष्ट कर दिया है.
Israel Iran Conflict: इजरायल और ईरान के बीच लड़ाई का सातंवा दिन चल रहा है. दोनों देशों के बीच लगातार हमले किए जा रहे हैं. जिसका असर आम नागरिकों पर भी पड़ रहा है. हालांकि इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक बयान ने लोगों को और भी ज्यादा टेंशन में डाल दिया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति से जब यह पूछा गया कि क्या अमेरिका भी इजरायल के सैन्य अभियान का हिस्सा बनने वाला है? तो इसपर ट्रंप के जवाब ने सभी को चौंका दिया. उन्होंने कहा कि कोई नहीं जानता इस बारे में कि आगे क्या होने वाला है. ऐसे तनाव भरे में अमेरिकी राष्ट्रपति के ऐसे बयान ने लोगों के लिए थोड़ी चिंता खड़ी कर दी है.
व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने इस सवाल के जवाब में कहा कि मैं ऐसा कर सकता हूं. या फिर ऐसा नहीं भी कर सकता. मेरे कहने का मतलब है कि कोई नहीं जानता कि मैं क्या करने वाला हूं. ऐसी चर्चाओं के लिए थोड़ी देर हो चुकी है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक अमेरिका के अलावा जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के विदेश मंत्री परमाणु वार्ता के लिए शुक्रवार को जिनेवा में ईरानी समकक्ष से मिलने वाले हैं. इजरायल द्वारा किए जा रहे लगातार हमले की वजह से ईरान की राजधानी तेहरान को आम नागरिक छोड़ रहे हैं. इस शहर को छोड़कर जाने वाले राजमार्गों पर भीड़ लगी है. हालांकि कुछ सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक अमेरिका ने इजरायल को हमले की मंजूरी दे दी है. लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि तेहरान अपने परमाणु कार्यक्रम को छोड़ दे.
डोनाल्ड ट्रंप ने पत्रकारों से बात करते हुए कई सवालों का जवाब दिया. जब अमेरिकी राष्ट्रपति से यह पूछा गया कि क्या इजरायली हमले के कारण ईरानी सरकार गिर सकता है. जिसपर ट्रंप ने कहा कि जरूर गिर सकता है. ऐसे समय में कुछ भी हो सकता है. कुल मिलाकर किसी भी सवाल का ट्रंप ने खुलकर जवाब नहीं दिया, लेकिन अपने जबावों से ईरान पर परमाणु कार्यक्रमों को खत्म करने के लिए और भी ज्यादा दबाव बनाया. इस तनाव की घड़ी में ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने टीवी पर दिए भाषण में अमेरिकी राष्ट्रपति की आलोचना की. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अमेरिकियों को यह पता होना चाहिए उनके द्वारा किया गया सैन्य हस्तक्षेप भारी पड़ सकता है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ईरान राष्ट्र आत्मसमर्पण नहीं करने वाला है. इजरायल ने अपने हमले में ईरान के पुलिस मुख्यालय को नष्ट कर दिया है.