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स्वस्थ रहने के लिए 3 आयुर्वेदिक दोषों को समझना जरूरी, जानें इसके लक्षण और इलाज

आयुर्वेद शरीर में बढ़े हुए दोषों के मुताबिक इलाज करता है. आज हम आपको उन तीनों दोषों के बारे में बताएंगे. जिससे आपका पूरा शरीर और दिमाग कंट्रोल होता है. साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे की किस दोष के अनियंत्रित होने से क्या परेशानी होती है. 

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Courtesy: Social Media

Ayurvedic Doshas: आयुर्वेद बीमारियों का इलाज दोषों के असंतुलन को ठीक करके करता है. वात, पित्त और कफ शरीर के तीन मुख्य जैविक तत्व हैं. ये सृजन, संरक्षण और विनाश को नियंत्रित करते हैं. दोषों के असंतुलित होने की वजह से परेशानी बढ़ती है. जिसे संतुलित करने के लिए आयुर्वेदिक उपचार लिया जाता है. 

आज हम आपको इन तीनों दोषों के बारे में बताएंगे. जिससे आपका पूरा शरीर और दिमाग कंट्रोल होता है. साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे की किस दोष के अनियंत्रित होने से क्या परेशानी होती है. 

वात दोष

वात दोष तंत्रिका तंत्र, मन और मोटर अंगों को नियंत्रित करता है. इसके बिना पित्त और कफ प्रभावहीन हैं. तनाव, नींद की कमी, गलत आदतें और मौसमी बदलाव वात को बिगाड़ते हैं. इसके असंतुलन से जोड़ों का दर्द और गठिया हो सकता है. इसके उपचार के तौर पर आप गर्म स्नान, मालिश, घी का सेवन और गेहूं, अदरक जैसे खाद्य पदार्थ शामिल कर सकते हैं. इसके अलावा अश्वगंधा और सौंठ जैसे तत्व आपके सूजन को कम करता है.
 
पित्त दोष

पित्त दोष शरीर की गर्मी, पाचन और चयापचय को संभालता है. यह एंजाइम और हार्मोन को नियंत्रित करता है. तीखा, खट्टा भोजन, तनाव और मौसमी बदलाव पित्त को बिगाड़ते हैं. इससे अपच, हृदय और फेफड़ों की समस्याएं हो सकती हैं. पित्त को ठीक करने के लिए एलोवेरा जूस, अंकुरित अनाज और घी का सेवन करें साथ ही गर्मी में कम मेहनत करने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा आप आंवला, हरड़ और सौंठ का सेवन कर सकते हैं, जो एसिडिटी और अपच से राहत देता है. 

कफ दोष

कफ दोष शरीर की नमी, प्रतिरक्षा और शक्ति को नियंत्रित करता है. मीठा, तैलीय भोजन, दही और आलसी आदतें कफ को बढ़ाती हैं. इसके असंतुलन से साइनस, खांसी और कमजोरी होती है. उपचार में गर्म हर्बल काढ़ा, शहद, कड़वा और तीखा भोजन शामिल करें. व्यायाम और नस्य भी फायदेमंद हैं. इसके अलावा गिलोय, तुलसी और हल्दी जैसे तत्व का इस्तेमाल आपको राहत दे सकता है. आयुर्वेद में दोषों को समझना जरूरी है. यह बीमारियों से बचाव और इलाज में मदद करता है. 

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