अहमदाबाद विमान हादसा के तीन बाद विजय रूपाणी सहित 32 शवों की पहचान, परिवार को मिला शव

डीएनए टेस्ट के जरिए रविवार को उनके शव की पहचान हुई. सुबह 11:10 बजे डीएनए मिलान के बाद उनका शव परिवार को सौंप दिया गया. रूपाणी बिजनेस क्लास में अपनी बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे. एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 दुर्घटनाग्रस्त में विमान में सवार 241 लोगों की मौत हुई है.

Date Updated
फॉलो करें:
Courtesy: Social Media

Vijay Rupani: एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 दुर्घटनाग्रस्त में विमान में सवार 241 लोगों की मौत हो गई. हादसा इतना भयावह था कि लोगों की पहचान करना मुशक्लि था. हादसे के दो दिन बाद शवों के डीएनए करने के बाद 32 शवों की पहचान कर ली गई है. जिसमें से एक शव गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी है. 

डीएनए टेस्ट के जरिए रविवार को उनके शव की पहचान हुई. सुबह 11:10 बजे डीएनए मिलान के बाद उनका शव परिवार को सौंप दिया गया. रूपाणी बिजनेस क्लास में अपनी बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे. इस हादसे में विमान सवर लोगों के अलावा हॉस्टल में मौजूद 29 छात्रों की भी मौत हो गई थी.

शवों की पहचान करने की कोशिश 

अधिकारियों ने अब तक 32 शवों की पहचान कर ली है. इनमें से 14 शव परिवारों को सौंपे गए हैं. अतिरिक्त सिविल अधीक्षक डॉ. रजनीश पटेल ने बताया कि पीड़ित गुजरात और राजस्थान के थे. इनमें उदयपुर, वडोदरा, खेड़ा, मेहसाणा, अरवल्ली, अहमदाबाद और बोटाद के लोग शामिल हैं. कई शव जलने या क्षतिग्रस्त होने के कारण पहचान योग्य नहीं थे. डीएनए की मदद ली जा रही है. हादसे में केवल एक यात्री बचा. यह भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक है. वह सीट 11A पर था. यह एक चमत्कारिक बचाव है.  

ब्लैक बॉक्स की जांच शुरू

विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने हादसे के 28 घंटे बाद ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने बताया कि यह नारंगी उपकरण जांच में मदद करेगा. ब्लैक बॉक्स का डेटा बाहर निकाला जा रहा है. इससे हादसे के कारणों का पता चलेगा. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इस मामले के जांच के आदेश दिए हैं. यह जांच रविवार से शुरू होगी. डीजीसीए ने इंजन, ईंधन और हाइड्रोलिक सिस्टम की गहन जांच के निर्देश दिए हैं. जांच रिपोर्ट की समीक्षा की जाएगी. यह बोइंग 787 की पहली घातक दुर्घटना है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने अस्पताल में घायल यात्री से मुलाकात की. सरकार ने पीड़ित परिवारों को सहायता का वादा किया है. 230 टीमें परिवारों के साथ समन्वय कर रही हैं. यह हादसा भारत के लिए बड़ा झटका है. विजय रूपाणी जैसे प्रमुख नेता की मौत ने दुख को और बढ़ा दिया. देश शोक में डूबा है. सरकार ने भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की बात कही है.  

Vijay Rupani: एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 दुर्घटनाग्रस्त में विमान में सवार 241 लोगों की मौत हो गई. हादसा इतना भयावह था कि लोगों की पहचान करना मुशक्लि था. हादसे के दो दिन बाद शवों के डीएनए करने के बाद 32 शवों की पहचान कर ली गई है. जिसमें से एक शव गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी है. 

डीएनए टेस्ट के जरिए रविवार को उनके शव की पहचान हुई. सुबह 11:10 बजे डीएनए मिलान के बाद उनका शव परिवार को सौंप दिया गया. रूपाणी बिजनेस क्लास में अपनी बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे. इस हादसे में विमान सवर लोगों के अलावा हॉस्टल में मौजूद 29 छात्रों की भी मौत हो गई थी.

शवों की पहचान करने की कोशिश 

अधिकारियों ने अब तक 32 शवों की पहचान कर ली है. इनमें से 14 शव परिवारों को सौंपे गए हैं. अतिरिक्त सिविल अधीक्षक डॉ. रजनीश पटेल ने बताया कि पीड़ित गुजरात और राजस्थान के थे. इनमें उदयपुर, वडोदरा, खेड़ा, मेहसाणा, अरवल्ली, अहमदाबाद और बोटाद के लोग शामिल हैं. कई शव जलने या क्षतिग्रस्त होने के कारण पहचान योग्य नहीं थे. डीएनए की मदद ली जा रही है. हादसे में केवल एक यात्री बचा. यह भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक है. वह सीट 11A पर था. यह एक चमत्कारिक बचाव है.  

ब्लैक बॉक्स की जांच शुरू

विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने हादसे के 28 घंटे बाद ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने बताया कि यह नारंगी उपकरण जांच में मदद करेगा. ब्लैक बॉक्स का डेटा बाहर निकाला जा रहा है. इससे हादसे के कारणों का पता चलेगा. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इस मामले के जांच के आदेश दिए हैं. यह जांच रविवार से शुरू होगी. डीजीसीए ने इंजन, ईंधन और हाइड्रोलिक सिस्टम की गहन जांच के निर्देश दिए हैं. जांच रिपोर्ट की समीक्षा की जाएगी. यह बोइंग 787 की पहली घातक दुर्घटना है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने अस्पताल में घायल यात्री से मुलाकात की. सरकार ने पीड़ित परिवारों को सहायता का वादा किया है. 230 टीमें परिवारों के साथ समन्वय कर रही हैं. यह हादसा भारत के लिए बड़ा झटका है. विजय रूपाणी जैसे प्रमुख नेता की मौत ने दुख को और बढ़ा दिया. देश शोक में डूबा है. सरकार ने भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की बात कही है.  

Tags :