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भारत में कोविड-19 मामलों में फिर उछाल, 5 हजार के पार हुआ पॉजिटिव केस

केंद्र सरकार ने बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी राज्यों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है. 5 जून को देशभर के अस्पतालों में मॉक ड्रिल आयोजित की गई, ताकि कोविड-19 से निपटने की तैयारियों का आकलन किया जा सके.

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Courtesy: Social Media

Covid-19 Cases: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसारभारत में कोविड-19 के मामलों में फिर से वृद्धि देखी जा रही है. अब कुल सक्रिय मामले बढ़कर 5 हजार से ऊपर हो चुके हैं. पिछले 24 घंटों में 764 नए मामले सामने आए और चार लोगों की मौत हुई. इनमें दो मौतें केरल में, एक पंजाब में और एक कर्नाटक में दर्ज की गईं. केरल में 192 नए मामले सामने आए, जो सबसे अधिक हैं. इसके बाद गुजरात (107), पश्चिम बंगाल (58) और दिल्ली (30) का स्थान रहा.  

महाराष्ट्र में 114 नए मामले दर्ज किए गए, जिनमें पुणे (44) और मुंबई (37) सबसे प्रभावित रहे. राज्य में जनवरी से अब तक 1,276 मामले सामने आए हैं और 18 लोगों की मौत हुई है. पश्चिम बंगाल में 58 नए मामले आए, जबकि 91 लोग ठीक हुए. वहां सक्रिय मामले 596 हैं. दिल्ली में 30 नए मामले सामने आए, जिससे सक्रिय मामले 592 हो गए. छत्तीसगढ़ में 50 नए मामले दर्ज किए गए, जहां 1,183 लोगों की जांच के बाद ये मामले सामने आए. हरियाणा में 31 नए मामले आए, जिनमें गुरुग्राम (9) और फरीदाबाद (11) सबसे प्रभावित रहे.  

पूरी तरह खत्म नहीं होगा वायरस

केंद्र सरकार ने बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी राज्यों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है. 5 जून को देशभर के अस्पतालों में मॉक ड्रिल आयोजित की गई, ताकि कोविड-19 से निपटने की तैयारियों का आकलन किया जा सके. सरकार ने ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, आइसोलेशन बेड और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है. उच्च अधिकारियों ने बैठक भी की है, जिनमें कोविड-19 की स्थिति और तैयारियों पर चर्चा की गई.  वैज्ञानिकों का कहना है कि कोविड-19 अब स्थानिक हो चुका है. इसका मतलब है कि यह वायरस पूरी तरह खत्म नहीं होगा, लेकिन समय-समय पर इसमें उछाल देखा जा सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि ज्यादातर मामले हल्के हैं और मरीजों का इलाज घर पर ही हो रहा है. 

स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी जानकारी 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मई 2023 में कोविड-19 को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल से हटा दिया था. अब इसे मौसमी और स्थानिक बीमारी माना जा रहा है. स्वास्थ्य अधिकारी इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (SARI) पर कड़ी नजर रख रहे हैं. नए वेरिएंट का पता लगाए जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है. मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और नियमित हाथ धोने की सलाह दी गई है. विशेषज्ञों का कहना है कि टीकाकरण और सतर्कता से इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है. भारत सरकार और स्वास्थ्य विशेषज्ञ मिलकर स्थिति पर नजर रख रहे हैं. सभी को सावधान रहने और दिशानिर्देशों का पालन करने की जरूरत है, ताकि कोविड-19 के प्रसार को रोका जा सके.

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