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भारत के पूर्वी राज्यों में बाढ़ का कहर! 22 लोगों की मौत, हजार से ज्यादा प्रभावित

मिजोरम में भारी बारिश ने भूस्खलन को जन्म दिया, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई. इनमें तीन म्यांमार के शरणार्थी थे. बारिश से संबंधित कुल पांच मौतें दर्ज की गई हैं. राष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय राजमार्ग 69 जगहों पर अवरुद्ध हैं.

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Courtesy: Social Media

Flood in Northeastern States: भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में लगातार हो रही बारिश की वजह से भयकंर बाढ़ आ गई है. इसी के साथ अलग-अलग जगहों पर हो रहे भूस्खलन की वजह से 22 लोगों की मौत हो गई है. वहीं हजारों लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है. मिजोरम, असम और मणिपुर में कई सड़कें बह गई और कई घर ध्वस्त हो गए, जिसके कारण कई लोग प्रभावित हुए हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों में और भारी बारिश की चेतावनी दी है.

असम में भारी बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, बाढ़ और भूस्खलन से अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है. 17 जिले में बाढ़ की स्थिति है, जिसकी वजह से 78 हजार से अधिक लोग प्रभावित हैं. कामरूप मेट्रो में भूस्खलन से पांच लोगों की जान गई. लखीमपुर जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां 41,600 लोग संकट में हैं. तीन जिलों में रेड अलर्ट और आठ में ऑरेंज अलर्ट जारी है. गुवाहाटी में भारी जलभराव के कारण बचाव दल सक्रिय हैं. राहत शिविर शुरू किए गए हैं और कई एजेंसियां राहत कार्य में जुटी हैं.

मिजोरम में भूस्खलन की मार

मिजोरम में भारी बारिश ने भूस्खलन को जन्म दिया, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई. इनमें तीन म्यांमार के शरणार्थी थे. बारिश से संबंधित कुल पांच मौतें दर्ज की गई हैं. राष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय राजमार्ग 69 जगहों पर अवरुद्ध हैं. मेघालय में भारी बारिश ने हालात और खराब किए. बिजली गिरने से दो लड़कियों की मौत हुई, जबकि एक व्यक्ति डूब गया. पिछले तीन दिनों में छह लोगों की जान गई. बिजली आपूर्ति ठप है. अगले 24 घंटों में पूर्वी और दक्षिण पश्चिमी खासी पहाड़ियों में भारी बारिश की आशंका है. एक लापता जोड़े की तलाश में अर्धसैनिक बलों को बुलाने की योजना है. खराब मौसम के कारण बचाव कार्य में देरी हो रही है.

अरुणाचल प्रदेश में दुखद हादसे

अरुणाचल प्रदेश में लैंडस्लाइडिंग ने नौ लोगों की जान ले ली. मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने प्रत्येक पीड़ित परिवार को ₹4 लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की. उन्होंने लोगों से सतर्क रहने और रात में यात्रा न करने की सलाह दी. नदियों और नालों के पास जाने से बचने की चेतावनी भी दी गई. IMD ने अगले 5 जून तक भारी बारिश का अनुमान जताया है. मणिपुर की राजधानी इंफाल में भारी बारिश ने बाढ़ जैसे हालात पैदा किए. सड़कों पर घुटनों तक पानी जमा है. यातायात ठप हो गया. अपर्याप्त जल निकासी व्यवस्था ने स्थिति को और बिगाड़ दिया. लोग अपने सामान को बचाने में जुटे हैं. प्रभावित राज्यों में राहत और बचाव कार्य जोरों पर हैं. सरकार और स्थानीय प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. 

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