गुजरात उपचुनाव के नतीजे जारी! भाजपा ने कडी, आप ने विसावदर में लहराया परचम

गुजरात उपचुनाव के नतीजे से सियासत का मिजाज नजर आने लगा हैं. आप की जीत से त्रिकोणीय मुकाबला और रोचक रहा. हालांकि भाजपा का दबदबा बरकरार है, लेकिन आप की उभरती ताकत चुनौती दे रही है. 2027 के चुनावों से पहले सभी दलों को रणनीति बनानी होगी.

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Courtesy: Social Media

Gujarat By Election Results: गुजरात के कड़ी और विसावदर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए थे, जिसके नतीजे आज जारी कर दिए गए हैं. भाजपा और आप ने एक-एक सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं कांग्रेस दोनों सीटों पर पीछे रही. यह त्रिकोणीय मुकाबला रोमांचक रहा.

भाजपा ने कडी (एससी-आरक्षित) सीट पर शानदार जीत हासिल की. उम्मीदवार राजेंद्रकुमार चावड़ा ने 94,804 वोट पाए. उन्होंने कांग्रेस के रमेशभाई चावड़ा को 38,035 वोटों से हराया. रमेश को 56,769 वोट मिले. आप के जगदीशभाई चावड़ा 2,934 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे. यह सीट फरवरी 2024 में भाजपा विधायक करसन सोलंकी के निधन से खाली हुई थी. इस जीत ने मध्य गुजरात में भाजपा की पकड़ को और मजबूत किया.

विसावदर में आप का दबदबा

विसावदर में आप के गोपाल इटालिया ने बाजी मारी. उन्होंने भाजपा के किरीट पटेल को 17,554 वोटों से हराया. इटालिया को 75,942 वोट मिले. पटेल को 58,388 वोट प्राप्त हुए. कांग्रेस के नितिन रणपरिया 5,501 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे. यह सीट दिसंबर 2023 में आप विधायक भूपेंद्र भयानी के इस्तीफे और भाजपा में शामिल होने से खाली हुई थी. इटालिया की जीत सौराष्ट्र में आप की बढ़ती ताकत का संकेत है.

मतदान और सियासी माहौल

उपचुनाव में मतदान मध्यम रहा. कडी में 57.90% और विसावदर में 56.89% वोट पड़े. यह मुकाबला भाजपा, आप और कांग्रेस के लिए अहम था. सभी दल 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले अपनी स्थिति मजबूत करना चाहते थे. विसावदर में आप और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर देखी गई. कांग्रेस दोनों सीटों पर कमजोर साबित हुई. आप के लिए विसावदर की जीत बड़ी उपलब्धि है. आप नेता अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुजरात के लोग भाजपा से थक चुके हैं. वे आप में उम्मीद देख रहे हैं. गोपाल इटालिया ने 2015 के पटेल आंदोलन में चर्चा बटोरी थी. उनकी जीत से आप को नई ऊर्जा मिली है. गुजरात आप अध्यक्ष इसुदान गढ़वी ने कहा, "यह जीत किसानों, मजदूरों और बेरोजगार युवाओं की जीत है.

भाजपा का दबदबा बरकरार

कडी में भाजपा की जीत ने साबित किया कि उसका गढ़ अटूट है. राजेंद्र चावड़ा की जीत ने दलित मतदाताओं में पार्टी की पकड़ को दिखाया. भाजपा ने इस जीत को संगठन की ताकत बताया. हालांकि, विसावदर में हार से सौराष्ट्र में चुनौती बढ़ी है. कांग्रेस दोनों सीटों पर कमजोर रही. विसावदर और कडी में तीसरे स्थान ने उसकी चुनौतियां बढ़ा दीं. पार्टी को संगठन और रणनीति पर काम करने की जरूरत है.

Gujarat By Election Results: गुजरात के कड़ी और विसावदर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए थे, जिसके नतीजे आज जारी कर दिए गए हैं. भाजपा और आप ने एक-एक सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं कांग्रेस दोनों सीटों पर पीछे रही. यह त्रिकोणीय मुकाबला रोमांचक रहा.

भाजपा ने कडी (एससी-आरक्षित) सीट पर शानदार जीत हासिल की. उम्मीदवार राजेंद्रकुमार चावड़ा ने 94,804 वोट पाए. उन्होंने कांग्रेस के रमेशभाई चावड़ा को 38,035 वोटों से हराया. रमेश को 56,769 वोट मिले. आप के जगदीशभाई चावड़ा 2,934 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे. यह सीट फरवरी 2024 में भाजपा विधायक करसन सोलंकी के निधन से खाली हुई थी. इस जीत ने मध्य गुजरात में भाजपा की पकड़ को और मजबूत किया.

विसावदर में आप का दबदबा

विसावदर में आप के गोपाल इटालिया ने बाजी मारी. उन्होंने भाजपा के किरीट पटेल को 17,554 वोटों से हराया. इटालिया को 75,942 वोट मिले. पटेल को 58,388 वोट प्राप्त हुए. कांग्रेस के नितिन रणपरिया 5,501 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे. यह सीट दिसंबर 2023 में आप विधायक भूपेंद्र भयानी के इस्तीफे और भाजपा में शामिल होने से खाली हुई थी. इटालिया की जीत सौराष्ट्र में आप की बढ़ती ताकत का संकेत है.

मतदान और सियासी माहौल

उपचुनाव में मतदान मध्यम रहा. कडी में 57.90% और विसावदर में 56.89% वोट पड़े. यह मुकाबला भाजपा, आप और कांग्रेस के लिए अहम था. सभी दल 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले अपनी स्थिति मजबूत करना चाहते थे. विसावदर में आप और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर देखी गई. कांग्रेस दोनों सीटों पर कमजोर साबित हुई. आप के लिए विसावदर की जीत बड़ी उपलब्धि है. आप नेता अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुजरात के लोग भाजपा से थक चुके हैं. वे आप में उम्मीद देख रहे हैं. गोपाल इटालिया ने 2015 के पटेल आंदोलन में चर्चा बटोरी थी. उनकी जीत से आप को नई ऊर्जा मिली है. गुजरात आप अध्यक्ष इसुदान गढ़वी ने कहा, "यह जीत किसानों, मजदूरों और बेरोजगार युवाओं की जीत है.

भाजपा का दबदबा बरकरार

कडी में भाजपा की जीत ने साबित किया कि उसका गढ़ अटूट है. राजेंद्र चावड़ा की जीत ने दलित मतदाताओं में पार्टी की पकड़ को दिखाया. भाजपा ने इस जीत को संगठन की ताकत बताया. हालांकि, विसावदर में हार से सौराष्ट्र में चुनौती बढ़ी है. कांग्रेस दोनों सीटों पर कमजोर रही. विसावदर और कडी में तीसरे स्थान ने उसकी चुनौतियां बढ़ा दीं. पार्टी को संगठन और रणनीति पर काम करने की जरूरत है.

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