MJ Akbar: पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने कोपेनहेगन में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला. भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में बोलते हुए अकबर ने इस्लामाबाद के साथ बातचीत के औचित्य पर सवाल उठाया.
पाकिस्तान का दोहरा चेहरा
अकबर ने कहा, “अक्सर शुभचिंतक पूछते हैं कि भारत पाकिस्तान से बात क्यों नहीं करता?” उन्होंने पाकिस्तान को “दोमुंही राष्ट्र” करार देते हुए तंज कसा, “हमें किस चेहरे से बात करनी चाहिए? पाकिस्तान की सरकार दोहरी जुबान बोलती है—किस जुबान का जवाब दें?” उन्होंने भारत में अशांति फैलाने में पाकिस्तान की लंबे समय से चली आ रही भूमिका की आलोचना की और कहा, “सांप अपने ही जहर से नहीं मरता,” जिससे उन्होंने पाकिस्तान द्वारा पोषित आतंकी नेटवर्क के खतरों की ओर इशारा किया.
महज एक छलावा
अकबर ने भारत के पाकिस्तान के साथ बातचीत के प्रयासों को “महज छलावा” बताया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इन वार्ताओं को समय हासिल करने और अगले आतंकी हमले की तैयारी के लिए बहाने के रूप में इस्तेमाल करता है. उन्होंने जोर देकर कहा, “हम उन मुद्दों पर बात करेंगे जो मायने रखते हैं,” जैसे आपराधिक जवाबदेही और “कब्जाए गए जम्मू-कश्मीर की वास्तविक स्थिति और इसका भारत में वापस आने का रास्ता.”
पीएम मोदी की नेतृत्व शक्ति
अकबर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व क्षमता की सराहना की और कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के छल को बेनकाब किया है. उन्होंने कहा, “यह एक ऐतिहासिक क्षण है, आपको इस नेता पर गर्व होना चाहिए.” अकबर ने पाकिस्तान को “जन्मजात विकार” वाला राष्ट्र करार देते हुए कहा कि हत्या और आतंकवाद इसके जीन में है. उन्होंने विदेश नीति में मोदी के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा, “मोदी ने पड़ोस को दूरी से नहीं, बल्कि पहुंच से परिभाषित किया.”