एयर इंडिया की फ्लाइट 171 हादसे को लेकर पायलट की भूमिका पर लग रहे कयासों को अमेरिका की राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) ने खारिज किया है. बोर्ड की चेयरवुमन जेनिफर होमेंडी ने कहा कि यह जांच अभी प्रारंभिक चरण में है और किसी भी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी.
12 जून को गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद से मीडिया में यह चर्चा तेज है कि क्या इस हादसे के पीछे मानवीय गलती थी. लेकिन NTSB ने इन रिपोर्टों को "जल्दबाजी और अटकलों पर आधारित" बताते हुए कहा कि इस स्तर की जांच में समय लगता है और सभी तथ्यों का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन आवश्यक है.
एजेंसी ने एक्स पर बयान जारी कर भारत की विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की सार्वजनिक अपील का समर्थन किया और कहा कि अमेरिका इस जांच में हरसंभव सहयोग करेगा. AAIB द्वारा जारी प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटना से कुछ ही क्षण पहले विमान के दोनों इंजनों के फ्यूल कंट्रोल स्विच "कटऑफ" पोजिशन में चले गए थे, जिससे ईंधन की आपूर्ति बंद हो गई और इंजन की ताकत खत्म हो गई. हालांकि 10 सेकंड बाद स्विच सामान्य स्थिति में लौट आया, लेकिन तब तक विमान नियंत्रण खो चुका था.
Statement from NTSB Chairwoman Jennifer Homendy:
— NTSB Newsroom (@NTSB_Newsroom) July 18, 2025
“Recent media reports on the Air India 171 crash are premature and speculative. India’s Aircraft Accident Investigation Bureau just released its preliminary report. Investigations of this magnitude take time. We fully support the…
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से मिली जानकारी के अनुसार, सह-पायलट क्लाइव कुंदर ने कप्तान सुमीत सभरवाल से पूछा कि उन्होंने फ्यूल कटऑफ क्यों किया, जिस पर कप्तान ने कहा कि उन्होंने ऐसा नहीं किया. यह संवाद AAIB की रिपोर्ट में दर्ज है.
DGCA ने घटना के बाद देश में चल रहे सभी बोइंग 737 और 787 विमानों के फ्यूल कंट्रोल सिस्टम की व्यापक जांच के आदेश दिए हैं. एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन और AAIB दोनों ने जनता से अपील की है कि जांच पूरी होने तक किसी भी तरह की अटकलों से बचा जाए.