Delhi News: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा चुनाव बहुत ही शानदार तरीके से, बहुत ही गौरवमय तरीके से संपन्न होना, ये हर भारतीय के लिए गर्व की बात है. करीब 65 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया. ये चुनाव इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि आजादी के बाद दूसरी बार देश की जनता ने किसी सरकार को लगातार तीसरी बार सेवा करने का मौका दिया है
18वीं लोकसभा के पहले सत्र से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी. पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद भवन परिसर में कहा कि संसदीय लोकतंत्र में आज का दिन गौरव मय है, यह वैभव का दिन है. आजादी के बाद पहली बार नए संसद में यह शपथ हो रहा है. अब तक यह प्रक्रिया पुराने संसद में होती थी. आज इस महत्वपूर्ण दिन पर मैं सभी नव निर्वाचित सांसदों का स्वागत करता हूं सबका अभिनंदन करता हूं और सबको शुभकामनाएं देता हूं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने आपातकाल को लेकर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा. पीएम ने कहा कि कल 25 जून है. 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर लगे उस कलंक के 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं. भारत की नई पीढ़ी कभी ये नहीं भूलेगी कि भारत के संविधान को पूरी तरह से नकार दिया गया था, संविधान के हर हिस्से की धज्जियां उड़ा दी गई थीं, देश को जेलखाना बना दिया गया था, लोकतंत्र को पूरी तरह दबा दिया गया था.
पीएम ने कहा भारत के संविधान, भारत के लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए देशवासी संकल्प लेंगे कि भारत में दोबारा कोई ऐसा करने की हिम्मत न कर सके, जो 50 साल पहले किया गया था. हम एक जीवंत लोकतंत्र का संकल्प लेंगे. हम भारत के संविधान के निर्देशों के अनुसार सपनों को पूरा करने का संकल्प लेंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दस साल में हमने हमेशा एक परंपरा का पालन करने का प्रयास किया है. हमारा मानना है कि सरकार चलाने के लिए बहुमत की आवश्यकता होती है, लेकिन देश चलाने के लिए सर्वसम्मति सबसे महत्वपूर्ण है. इसलिए हमारा निरंतर प्रयास रहेगा कि हम मां भारती की सेवा करें और 140 करोड़ लोगों की आकांक्षाओं और महत्वाकांक्षाओं को सबकी सहमति को साथ लेकर चले.
पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि लोगों को विपक्ष से अच्छे कदमों की उम्मीद है, लेकिन अब तक निराशाजनक ही रहा है. हम उम्मीद करते है कि विपक्ष अपनी भूमिका निभाएगा और लोकतंत्र की मर्यादा को भी बनाए रखेगा. पीएम मादी ने कहा कि भारत को एक जिम्मेदार विपक्ष की जरूरत है और लोग नारे नहीं, बल्कि सार्थकता चाहते है.