Sanjay Shirsat: महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें उन्हें नोटों के बंडल से भरे बैग के साथ देखा गया. उनके इस वीडियो के वायरल होने के बाद विपक्ष ने उनपर हमला बोला है. साथ ही, आयकर विभाग ने उनकी संपत्ति में वृद्धि को लेकर नोटिस जारी किया है. यह मामला महाराष्ट्र की सियासत में तूफान ला रहा है.
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें संजय शिरसाट अपने कमरे में सिगरेट पीते नजर आ रहे हैं. उनके पास कथित तौर पर नकदी से भरा बैग खुला पड़ा है. राउत ने इसे शेयर करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर तंज कसते हुए कहा कि फडणवीस कितनी बार अपनी प्रतिष्ठा को तार-तार होते देखेंगे? इस वीडियो ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी.
शिरसाट ने वीडियो को साजिश करार दिया. उन्होंने कहा कि मैं अपने घर में आराम से था. मेरा कुत्ता भी साथ था. किसी ने चुपके से वीडियो बनाया. ये मेरा इमेज खराब करना चाहते हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कोई खुलेआम नकदी के पास बैठता है? हम इसका जवाब देंगे. शिरसाट ने इसे जासूसी का मामला बताया और दावा किया कि उनके घर में आने वाले लोग खाना-चाय लेते हैं, लेकिन कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं देखी गई.
इस वीडियो के एक दिन पहले शिरसाट को आयकर विभाग ने नोटिस भेजा. जिसमें 2019 से 2024 के विधानसभा चुनावों के बीच संपत्ति में हुई वृद्धि पर सवाल उठाए गए हैं. सूत्रों के मुताबिक, यह नोटिस सीएएसएस (कंप्यूटर-सहायता प्राप्त जांच चयन) तकनीक के तहत जारी हुआ, जिसमें जोखिम मानदंडों के आधार पर बिना मानवीय हस्तक्षेप के जांच होती है. शिरसाट ने कहा कि मैंने 9 जुलाई तक जवाब देने के लिए समय मांगा है. मैं कानूनी तौर पर जवाब दूंगा.
विपक्ष ने इस मामले को जोर-शोर से उठाया. शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने पूछा कि फडणवीस शिरसाट को इस्तीफा क्यों नहीं दिलवाते? वहीं, कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि नकदी का बैग साफ दिख रहा है, फिर भी शिरसाट इसे कपड़ों का बैग बता रहे हैं. विपक्ष का दावा है कि शिरसाट की संपत्ति में अप्रत्याशित वृद्धि संदेहास्पद है. शिरसाट पहले भी छत्रपति संभाजीनगर के वीआईटीएस होटल नीलामी मामले में विवादों में थे. आरोप था कि उनके बेटे की कंपनी ने 110 करोड़ के होटल को 67 करोड़ में खरीदा. हालांकि, शिरसाट ने टेंडर से हटने का ऐलान किया था. मुख्यमंत्री फडणवीस ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं.