Bhagwant Mann: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्रालय पर तीखा हमला बोला. उन्होंने केंद्र की विदेश नीति और दिलजीत दोसांझ की फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेता की भूमिका को लेकर उठे विवाद पर सवाल उठाए.
भगवंत मान ने केंद्र की विदेश नीति की आलोचना की. उन्होंने कहा कि क्या हमें यह पूछने का हक नहीं कि हमारी विदेश नीति क्या है? मान ने प्रधानमंत्री पर बिना स्पष्ट कारण के विदेश यात्राओं का आरोप लगाया. उन्होंने मज़ाक में कहा कि प्रधानमंत्री उन देशों में जा रहे हैं, जिनके नाम हम नहीं जानते. छोटे देशों से सम्मान ले रहे हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि एक जेसीबी के काम के दौरान भी इतने लोग इकट्ठा हो जाते हैं.
विदेश मंत्रालय ने मान की टिप्पणियों की कड़ी निंदा की. प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बिना नाम लिए कहा कि किसी उच्च सरकारी अधिकारी की टिप्पणियां गैर-जिम्मेदाराना हैं. उन्होंने कहा कि वैश्विक दक्षिण के मित्र देशों के साथ भारत के संबंधों पर ऐसी टिप्पणियां ठीक नहीं हैं. यह बयान मान के बयानों का जवाब था. मान ने 2015 में प्रधानमंत्री मोदी की अचानक पाकिस्तान यात्रा का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बिना बुलाए पाकिस्तान चले गए. बिरयानी खाने पहुंच गए. उन्होंने कहा कि अगर भारत की आम जनता का वहां जाना अलाउड नहीं है तो प्रधानमंत्री क्यों गए? उन्होंने केंद्र की नीतियों पर असंगति का आरोप लगाया.
दिलजीत दोसांझ की नई फिल्म में एक पाकिस्तानी अभिनेता की मौजूदगी पर विवाद उठा है. मान ने इस पर चुनींदा आक्रोश की आलोचना की. उन्होंने कहा कि फिल्म पहले बन चुकी थी. अब इसे लेकर हंगामा हो रहा है. मान ने तंज कसते हुए कहा कि कभी गद्दार कहते हैं, कभी सरदार. उन्होंने इस दोहरे रवैये पर सवाल उठाया. मान ने सरकार के प्रचार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विज्ञापन कहते हैं कि मोदी ने दो देशों का युद्ध रोक दिया. फिर उन्होंने सवाल किया कि अगर ऐसा है, तो पंजाब और हरियाणा के बीच के मुद्दे क्यों नहीं सुलझते? उन्होंने केंद्र की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाए. मान के बयानों ने केंद्र और पंजाब सरकार के बीच तनाव को उजागर किया. उनकी टिप्पणियां विदेश नीति और सांस्कृतिक मुद्दों पर केंद्र के रुख की आलोचना करती हैं. यह विवाद पंजाब में सियासी माहौल को और गर्म कर सकता है.