'एग्जिट पोल से बिल्कुल विपरीत नतीजे...', राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव 2024 और कई विधानसभा चुनाव में लगाए धांधली के आरोप

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर लोकसभा चुनाव और कई विधानसभा चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है. उन्होंने इसके लिए भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा है.

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Courtesy: Social Media

Rahul Gandhi: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को एक बार फिर लोकसभा चुनाव 2024 और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में धांधली के दावों को फिर से दोहराया है. इसी के साथ उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि भगवा पार्टी सत्ता विरोधी लहर से प्रभावित नहीं होती है. 

दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में गांधी ने आगे कहा कि एग्जिट पोल और नियमित पोल कुछ और दिखाते हैं, लेकिन नतीजे हमेशा अलग होते हैं. गांधी ने कहा कि सत्ता विरोधी लहर हर लोकतंत्र में हर पार्टी को प्रभावित करती है. लेकिन किसी कारण से, लोकतांत्रिक ढांचे में भाजपा एकमात्र ऐसी पार्टी है जो मूल रूप से सत्ता विरोधी लहर से ग्रस्त नहीं है.

हर बार कैसे पलट जाता है एग्जिट पोल?

राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया है कि एग्जिट पोल, जनमत सर्वेक्षण की बात हमेशा गलत हो जाती है. उन्होंने उदाहरण के रुप में हरियाणा चुनाव, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र चुनाव पर भी कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि अचानक नतीजे पूरी तरह से अलग दिशा में चले जाते हैं और भारी उलटफेर होते हैं. गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र के नतीजों ने उनकी पार्टी के इस संदेह की पुष्टि की है कि विधानसभा चुनाव चुराए गए थे. उन्होंने भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) पर भी सवाल उठाए और आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भाजपा के साथ मिलकर चुनावों में 'चोरी' कर रहा है.

चुनाव आयोग पर भी लगाए गंभीर आरोप 

चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आयोग ने उन्हें मशीन-पठनीय मतदाता सूची उपलब्ध नहीं कराई, जिससे कांग्रेस को यकीन हो गया कि चुनाव आयोग ने भगवा पार्टी के साथ मिलीभगत की है. उन्होंने कहा कि हमने पाया कि लोकसभा और विधानसभा के बीच एक करोड़ नए मतदाता इस खेल में शामिल हुए. हम चुनाव आयोग गए और यह लेख लिखा और हमारी दलील का सार यह था कि महाराष्ट्र चुनाव में चोरी हुई थी. समस्या की जड़ क्या है? मतदाता सूची इस देश की संपत्ति है. उन्होंने आरोप लगाया कि हमारे लोग जानते थे कि मतदान केंद्रों पर ऐसा कुछ नहीं हुआ. शाम 5.30 बजे के बाद कोई व्यापक मतदान नहीं हुआ. इन दो बातों ने हमें यथोचित विश्वास दिलाया कि भारतीय चुनाव आयोग चुनावों में चोरी करने के लिए भाजपा के साथ मिलीभगत कर रहा था.

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