Raja Ram Pran Pratishtha: राम मंदिर में राम लला की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा के एक साल बाद अब राम दरबार का प्राण प्रतिष्ठा किया जा रहा है. अयोध्या में चल रहे इस कार्यक्रम का आज तीसरा और आखिरी दिन है. जिसके बाद राम मंदिर पूरी तरह से स्थापित हो जाएगा. आज दूसरे प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सभी देवी देवताओं की पूजा की जाएगी.
मिल रही जानकारी के मुताबिक राजा राम और माता सीता, भगवान लक्ष्मण और हनुमान जी की मूर्ति को स्थापित किया जाएगा. इसके बाद हवन का भी आयोजन किया गया है.
अंजनेया सेवा ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में वैदिक मंत्रोच्चार और हवन के साथ अनुष्ठान शुरू होंगे. राम दरबार की मूर्तियाँ राजस्थान के जयपुर में सफेद संगमरमर से बनाई गई हैं. भगवान राम की मूर्ति दो फुट ऊंचे सिंहासन पर विराजेगी. माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान की मूर्तियां भी बैठी मुद्रा में होंगी. मूर्तियों को रत्नजड़ित बेल्ट, कढ़ाई वाले वस्त्र और कीमती पत्थरों से सजाया जाएगा. प्रसिद्ध डिज़ाइनर मनीष तिवारी ने इनकी पोशाक तैयार की है. लखनऊ से 62,000 डिब्बों में छोले और मूंग दाल की बर्फी प्रसाद के रूप में भेजी गई है. श्री राम जन्मभूमि मंदिर पारंपरिक नागर शैली में बना है. इसकी दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं की जटिल नक्काशी है. राम दरबार 4.5 फीट ऊंचा है. मंदिर की पहली मंजिल पर यह समारोह होगा, जबकि दूसरी मंजिल पर रामायण का प्रदर्शन कई भाषाओं में होगा. आज उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन भी है.
अयोध्या में सुरक्षा के लिए व्यापक व्यवस्था की गई है. सीआरपीएफ, एसएसएफ और पीएसी के जवान तैनात हैं. किराएदारों और अनधिकृत बस्तियों का सत्यापन शुरू हो चुका है. भक्तों के नियमित दर्शन पर कोई रोक नहीं है, लेकिन पहली मंजिल पर सीमित लोगों को ही प्रवेश मिलेगा. अंजनी सेवा संस्थान के अध्यक्ष शशिकांत महाराज ने बताया कि अनुष्ठान सुबह 11 बजे शुरू होंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भगवान राम और सीता की मूर्तियों की 'आंखों का अनावरण' करेंगे. वैदिक मंत्रों और हवन के साथ राजा राम की पुनर्स्थापना होगी. महामंडलेश्वर विष्णु दास ने कहा कि पहले बाल रूप की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, अब राजा राम की बारी है.