Rajnath Singh: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने पीओके के लेकर भरोसा जताते हुए कहा कि पीओके के लोग खुद कहेंगे कि मैं भारत हूं, मैं वापस आया हूं. यह बयान उन्होंने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन के दौरान दिया है.
राजनाथ सिंह ने पीओके के लोगों के साथ भारत के भावनात्मक और सांस्कृतिक रिश्ते पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि भारत दिलों को जोड़ता है, तोड़ता नहीं. पीओके के लोग भारत से गहरा जुड़ाव महसूस करते हैं. सिंह ने कहा कि केवल कुछ लोग गुमराह हैं. उन्होंने महाराणा प्रताप के भाई शक्ति सिंह का उदाहरण दिया. सिंह ने विश्वास जताया कि पीओके भारत की मुख्यधारा में लौटेगा.
सीआईआई के वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन के दौरान रक्षा मंत्री ने मेक-इन-इंडिया की तारीफ की. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने स्वदेशी रक्षा प्रणालियों की ताकत दिखाई. भारत का रक्षा निर्यात 10 साल पहले 1,000 करोड़ से कम था. अब यह 23,500 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. सिंह ने कहा कि हम सिर्फ विमान और मिसाइल नहीं बना रहे. हम अगली पीढ़ी की युद्ध तकनीक बना रहे हैं. यह भारत की सुरक्षा और समृद्धि के लिए जरूरी है. सिंह ने आतंकवाद के खिलाफ भारत का सख्त रुख दोहराया. उन्होंने कहा कि आतंकवाद का कारोबार महंगा है. पाकिस्तान को अब इसकी कीमत समझ आ रही है. भारत ने पाकिस्तान के साथ बातचीत का दायरा बदल दिया है. अब बातचीत केवल आतंकवाद और पीओके पर होगी. सिंह ने कहा कि हम एक भारत, श्रेष्ठ भारत के लिए प्रतिबद्ध हैं.
रक्षा मंत्री ने कहा कि पीओके के लोग भारत को अपना मानते हैं. उन्होंने कहा कि वे हमारे परिवार का हिस्सा हैं. भौगोलिक और राजनीतिक दूरी के बावजूद, पीओके के लोग भारत के साथ हैं. सिंह ने कहा कि प्रेम और सच्चाई का रास्ता हमें एकजुट करेगा. उन्होंने विश्वास जताया कि पीओके जल्द भारत का हिस्सा बनेगा. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की ताकत दुनिया को दिखाई और स्वदेशी हथियारों ने दुश्मनों को चौंकाया है. सिंह ने कहा कि हम भविष्य के लिए तैयार हैं. भारत का रक्षा तंत्र मजबूत हो रहा है.
Rajnath Singh: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने पीओके के लेकर भरोसा जताते हुए कहा कि पीओके के लोग खुद कहेंगे कि मैं भारत हूं, मैं वापस आया हूं. यह बयान उन्होंने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन के दौरान दिया है.
राजनाथ सिंह ने पीओके के लोगों के साथ भारत के भावनात्मक और सांस्कृतिक रिश्ते पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि भारत दिलों को जोड़ता है, तोड़ता नहीं. पीओके के लोग भारत से गहरा जुड़ाव महसूस करते हैं. सिंह ने कहा कि केवल कुछ लोग गुमराह हैं. उन्होंने महाराणा प्रताप के भाई शक्ति सिंह का उदाहरण दिया. सिंह ने विश्वास जताया कि पीओके भारत की मुख्यधारा में लौटेगा.
सीआईआई के वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन के दौरान रक्षा मंत्री ने मेक-इन-इंडिया की तारीफ की. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने स्वदेशी रक्षा प्रणालियों की ताकत दिखाई. भारत का रक्षा निर्यात 10 साल पहले 1,000 करोड़ से कम था. अब यह 23,500 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. सिंह ने कहा कि हम सिर्फ विमान और मिसाइल नहीं बना रहे. हम अगली पीढ़ी की युद्ध तकनीक बना रहे हैं. यह भारत की सुरक्षा और समृद्धि के लिए जरूरी है. सिंह ने आतंकवाद के खिलाफ भारत का सख्त रुख दोहराया. उन्होंने कहा कि आतंकवाद का कारोबार महंगा है. पाकिस्तान को अब इसकी कीमत समझ आ रही है. भारत ने पाकिस्तान के साथ बातचीत का दायरा बदल दिया है. अब बातचीत केवल आतंकवाद और पीओके पर होगी. सिंह ने कहा कि हम एक भारत, श्रेष्ठ भारत के लिए प्रतिबद्ध हैं.
रक्षा मंत्री ने कहा कि पीओके के लोग भारत को अपना मानते हैं. उन्होंने कहा कि वे हमारे परिवार का हिस्सा हैं. भौगोलिक और राजनीतिक दूरी के बावजूद, पीओके के लोग भारत के साथ हैं. सिंह ने कहा कि प्रेम और सच्चाई का रास्ता हमें एकजुट करेगा. उन्होंने विश्वास जताया कि पीओके जल्द भारत का हिस्सा बनेगा. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की ताकत दुनिया को दिखाई और स्वदेशी हथियारों ने दुश्मनों को चौंकाया है. सिंह ने कहा कि हम भविष्य के लिए तैयार हैं. भारत का रक्षा तंत्र मजबूत हो रहा है.