Shashi Tharoor: कांग्रेस नेता शशि थरूर से उनकी पार्टी खुश नजर नहीं आ रही है. खास कर उदित राज के बीच उनकी तीखी बहस छिड़ गई है. थरूर के पनामा में दिए बयान के बाद विवाद शुरू हो गया. उन्होंने कहा था कि 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक में भारत ने पहली बार नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार की थी.
उदित राज ने इसे कांग्रेस की विरासत को कमतर बताने वाला बयान करार दिया. उनके इस बयान पर उदित राज ने कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि थरूर कांग्रेस के इतिहास को बदनाम कर रहे हैं. उन्होंने थरूर को मोदी सरकार का सुपर प्रवक्ता तक कह डाला. वहीं शशि थरूर ने अपने बयान का बचाव किया. उन्होंने कहा कि मैं हाल के आतंकी हमलों के जवाब की बात कर रहा था, न कि पुराने युद्धों के बारे में.
उदित राज ने एक्स पर लिखा कि थरूर ने कहा कि मोदी से पहले भारत ने कभी एलओसी पार नहीं की. उनके द्वारा कही गई यह बात पूरी तरह से गलत है. यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान भी कई बार स्ट्राइक किए गए हैं. राज ने थरूर की आलोचना करते हुए पूछा कि थरूर उस पार्टी के प्रति बेईमान कैसे हो सकते हैं, जिसने उन्हें इतना कुछ दिया?
कांग्रेस के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा ने राज की पोस्ट को रीपोस्ट किया. उन्होंने फोटो शेयर करते हुए लिखा कि यह लाहौर के पास की लड़ाई थी. थरूर को यह इतिहास याद रखना चाहिए. खेड़ा ने मनमोहन सिंह के हवाले से कहा कि UPA कार्यकाल में भी कई सर्जिकल स्ट्राइक हुईं. जयराम रमेश ने भी खेड़ा की पोस्ट को समर्थन दिया. हालाकि थरूर ने बचाव करते हुए कहा कि भारत ने पहले संयमित जवाब दिए. सर्जिकल स्ट्राइक एक नया कदम था. उन्होंने राज पर पलटवार करते हुए कहा कि राज खुद भाजपा के पूर्व सांसद हैं. उन्हें पता होना चाहिए कि कौन भाजपा की ओर बोलता है.
Shashi Tharoor: कांग्रेस नेता शशि थरूर से उनकी पार्टी खुश नजर नहीं आ रही है. खास कर उदित राज के बीच उनकी तीखी बहस छिड़ गई है. थरूर के पनामा में दिए बयान के बाद विवाद शुरू हो गया. उन्होंने कहा था कि 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक में भारत ने पहली बार नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार की थी.
उदित राज ने इसे कांग्रेस की विरासत को कमतर बताने वाला बयान करार दिया. उनके इस बयान पर उदित राज ने कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि थरूर कांग्रेस के इतिहास को बदनाम कर रहे हैं. उन्होंने थरूर को मोदी सरकार का सुपर प्रवक्ता तक कह डाला. वहीं शशि थरूर ने अपने बयान का बचाव किया. उन्होंने कहा कि मैं हाल के आतंकी हमलों के जवाब की बात कर रहा था, न कि पुराने युद्धों के बारे में.
उदित राज ने एक्स पर लिखा कि थरूर ने कहा कि मोदी से पहले भारत ने कभी एलओसी पार नहीं की. उनके द्वारा कही गई यह बात पूरी तरह से गलत है. यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान भी कई बार स्ट्राइक किए गए हैं. राज ने थरूर की आलोचना करते हुए पूछा कि थरूर उस पार्टी के प्रति बेईमान कैसे हो सकते हैं, जिसने उन्हें इतना कुछ दिया?
कांग्रेस के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा ने राज की पोस्ट को रीपोस्ट किया. उन्होंने फोटो शेयर करते हुए लिखा कि यह लाहौर के पास की लड़ाई थी. थरूर को यह इतिहास याद रखना चाहिए. खेड़ा ने मनमोहन सिंह के हवाले से कहा कि UPA कार्यकाल में भी कई सर्जिकल स्ट्राइक हुईं. जयराम रमेश ने भी खेड़ा की पोस्ट को समर्थन दिया. हालाकि थरूर ने बचाव करते हुए कहा कि भारत ने पहले संयमित जवाब दिए. सर्जिकल स्ट्राइक एक नया कदम था. उन्होंने राज पर पलटवार करते हुए कहा कि राज खुद भाजपा के पूर्व सांसद हैं. उन्हें पता होना चाहिए कि कौन भाजपा की ओर बोलता है.