ओवल ऑफिस में पाकिस्तानी पीएम और सेना प्रमुख से बंद कमरे में मिले डोनाल्ड ट्रंप, जानें किन मुद्दों पर हुई बात

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का गर्मजोशी से स्वागत किया. यह मुलाकात दक्षिण एशिया के परमाणु संपन्न देश पाकिस्तान के साथ अमेरिका के बढ़ते संबंधों को दर्शाती है.

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Courtesy: x (@MehlaqaCAPJ)

Donald Trump and PAK PM Meeting: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का गर्मजोशी से स्वागत किया. यह मुलाकात दक्षिण एशिया के परमाणु संपन्न देश पाकिस्तान के साथ अमेरिका के बढ़ते संबंधों को दर्शाती है. ट्रंप ने दोनों नेताओं को 'महान नेता' बताया. शरीफ स्थानीय समयानुसार शाम 5 बजे से पहले पहुंचे. वेस्ट एक्जीक्यूटिव एवेन्यू गेट पर वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका अभिनंदन किया. उनके साथ पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर भी थे. हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस मुलाकात के लिए दोनों को लगभग एक घंटे का इंतजार करना पड़ा.

यह शरीफ की किसी अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ पहली मुलाकात थी. प्रेस के लिए बंद ओवल ऑफिस सत्र ऐतिहासिक रहा. 2019 में इमरान खान की यात्रा के बाद पहली बार कोई पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यहां पहुंचा. वार्ता में द्विपक्षीय रिश्ते, व्यापार, क्षेत्रीय सुरक्षा और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा हुई. दोनों पक्षों ने व्यापक एजेंडे पर विचार साझा किए. ट्रंप ने पत्रकारों से कहा कि हमारे पास महान नेता आ रहे हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और फील्ड मार्शल दोनों शानदार हैं.

संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर व्यस्त कार्यक्रम

 शरीफ की अमेरिका यात्रा का यह समापन था. संयुक्त राष्ट्र महासभा के साइडलाइन पर उन्होंने ट्रंप के साथ आठ अरब और मुस्लिम देशों के नेताओं की बैठक में हिस्सा लिया. बैठक का फोकस गाजा में इजरायल-हमास युद्ध खत्म करने पर था. शरीफ ने पाकिस्तान को इस्लामी दुनिया का पुल बनाने की कोशिश की. इससे पहले न्यूयॉर्क में ट्रंप ने मुनीर और उप-प्रधानमंत्री इशाक डार से अनौपचारिक बातचीत की. ट्रंप के कार्यकाल में अमेरिका-पाकिस्तान रिश्ते सुधर रहे हैं. पहले ट्रंप ने पाकिस्तान को आतंकवादियों का 'सुरक्षित ठिकाना' कहा था. उन्होंने पाक पर अमेरिका को धोखा देने का आरोप लगाया था. लेकिन अब बदलाव आया है. जून में ट्रंप ने मुनीर के लिए व्हाइट हाउस में दोपहर भोज आयोजित किया. इसके बाद मुनीर ने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया. इस्लामाबाद ने भारत-पाक युद्धविराम में ट्रंप की मध्यस्थता की सराहना की.

व्यापार समझौता और आर्थिक सहयोग पर बात 

जुलाई में दोनों देशों के बीच व्यापार डील हुई. अमेरिका पाकिस्तान के अप्रयुक्त तेल भंडार विकसित करने में मदद करेगा. साथ ही पाकिस्तानी निर्यात पर शुल्क कम होगा. मई में अमेरिका की मध्यस्थता से भारत-पाक युद्धविराम सुनिश्चित हुआ. शरीफ ने ट्रंप का नोबेल के लिए समर्थन किया. यह कदम पाकिस्तान की कूटनीतिक सफलता है. इस बीच भारत के साथ ट्रंप के रिश्तों में तनाव के संकेत हैं. 2022 में यूक्रेन युद्ध के बाद भारत ने रूसी तेल की खरीद बढ़ाई. जवाब में ट्रंप ने पिछले महीने भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत तक टैरिफ बढ़ाया. उन्होंने इसे रूस के युद्ध राजस्व को रोकने का तरीका बताया. हालांकि, ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया, 'मैं अपने अच्छे दोस्त मोदी से जल्द बात करूंगा. दोनों देशों के लिए सफल समझौता होगा.' नई दिल्ली ने युद्धविराम का श्रेय ट्रंप को नहीं दिया. यह मुलाकात दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन बदल सकती है. पाकिस्तान अमेरिका के करीब आ रहा है. विशेषज्ञों का कहना है कि इससे चीन, रूस और भारत पर असर पड़ेगा. शरीफ सरकार ट्रंप से मजबूत रिश्ते बना रही है. लेकिन अमेरिका के साथ अस्थिर संबंधों की चेतावनी भी दी जा रही है. कुल मिलाकर, यह यात्रा पाकिस्तान के लिए कूटनीतिक जीत है.

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