अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से जोर दिया कि उनके व्यापार शुल्क लगाने से भारत और पाकिस्तान के बीच बड़ा संघर्ष रुक गया. व्हाइट हाउस में गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि उनका हस्तक्षेप निर्णायक रहा है. उन्होंने बताया कि संकट एक ही दिन में सुलझ गया.
राष्ट्रपति ने कहा कि मैंने जिन आठ युद्धों को समाप्त किया, उनमें से पांच या छह युद्ध शुल्कों के कारण ही हुए थे. उन्होंने आगे कहा कि अगर आप भारत और पाकिस्तान को देखें, तो वे लड़ने वाले थे. उनके आठ विमान मार गिराए गए और मैंने कहा कि अगर तुम लोग लड़ने वाले हो, तो मैं तुम पर शुल्क लगा दूंगा. मैंने युद्ध को सुलझा लिया. शुल्कों के बिना, मैं ऐसा नहीं कर पाता.
ट्रंप इस साल की शुरुआत में हुए घटनाक्रम का जिक्र कर रहे थे. भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तानी आतंकी शिविरों पर हमले किए थे. यह अप्रैल में जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले का जवाब था. उस हमले में 26 नागरिक मारे गए थे. सीमा पर तनाव बढ़ गया था. उसी प्रेस वार्ता में ट्रंप ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सराहा. मुख्य रूप से वजन घटाने वाली दवाओं की कीमत कम करने की नीति पर बात हो रही थी. लेकिन ट्रंप ने मोदी को एक महान व्यक्ति और मित्र बताया.
उन्होंने कहा कि उन्होंने रूस से खरीदारी लगभग बंद कर दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक महान व्यक्ति हैं. वह चाहते हैं कि मैं वहां जाऊं और मैं जाऊंगा. हम इस पर विचार करेंगे. जब यात्रा की योजना पर सवाल हुआ तो ट्रंप ने कहा कि हो सकता है. ट्रंप ने संकेत दिया कि अगले साल भारत जा सकते हैं. यह बयान भारत अमेरिका संबंधों को मजबूत दिखाता है.
इस हफ्ते की शुरुआत में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने भारत अमेरिका साझेदारी पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति इस बारे में दृढ़ हैं. लेविट ने कहा कि राष्ट्रपति सकारात्मक हैं और भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर बेहद गंभीर हैं. कुछ हफ़्ते पहले, उन्होंने ओवल ऑफिस में वरिष्ठ भारतीय-अमेरिकी अधिकारियों के साथ दिवाली मनाते हुए प्रधानमंत्री मोदी से सीधे बात की थी. यह बयान संबंधों की मजबूती को रेखांकित करता है. ट्रंप प्रशासन भारत को महत्वपूर्ण साथी मानता है.