अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा फैसला लिया है. वे इस महीने के अंत में दक्षिण अफ्रीका में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में नहीं जाएंगे. ट्रंप ने यह बात मियामी में अमेरिका बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए कही. उनकी नाराजगी दक्षिण अफ्रीका की मौजूदा स्थिति से है.
ट्रंप का मानना है कि वहां जो कुछ हो रहा है वह गलत है. इससे जी-20 जैसे बड़े मंच पर सवाल उठने लगे हैं. ट्रंप की यह टिप्पणी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गई है. कई लोग इसे अमेरिकी नीति का नया मोड़ मान रहे हैं. ट्रंप ने साफ कहा कि वे अपने देश का प्रतिनिधित्व वहां नहीं करेंगे. यह फैसला जी-20 की तैयारी करने वाले दक्षिण अफ्रीका के लिए झटका है.
ट्रंप ने मियामी में अपने संबोधन में कहा कि मैं नहीं जा रहा हूं. दक्षिण अफ्रीका में जी-20 की बैठक है. दक्षिण अफ्रीका को अब जी-20 में भी नहीं होना चाहिए क्योंकि वहां जो हुआ है वह बुरा है. मैंने उनसे कहा है कि मैं नहीं जा रहा हूं. मैं वहां अपने देश का प्रतिनिधित्व नहीं करूंगा. यह वहां नहीं होना चाहिए. इन शब्दों से ट्रंप की नाराजगी साफ झलकती है. वे दक्षिण अफ्रीका में हो रहे बदलावों से खुश नहीं हैं. ट्रंप ने न्यूयॉर्क शहर के मेयर चुनाव में चुने गए व्यक्ति की भी आलोचना की. वे उन्हें कम्युनिस्ट बता रहे हैं. ट्रंप ने कहा कि मियामी उन लोगों का घर रहा है जो दक्षिण अफ्रीका में कम्युनिस्ट शासन से भागकर आए हैं.
ट्रंप ने आगे कहा कि मेरा मतलब है, दक्षिण अमेरिका के अलग-अलग हिस्सों में क्या हो रहा है, इस पर एक नज़र डालिए. दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में क्या हो रहा है, इस पर एक नज़र डालिए. इन बातों से ट्रंप वैश्विक मुद्दों पर अपनी राय रख रहे हैं. वे दक्षिण अफ्रीका की स्थिति को अन्य देशों से जोड़कर देख रहे हैं.
दक्षिण अफ्रीका जल्द ही जी-20 की कमान संभालेगा. यह देश 1 दिसंबर 2024 से एक साल तक जी-20 का अध्यक्ष रहेगा. शिखर सम्मेलन 22 से 23 नवंबर तक जोहान्सबर्ग में होगा. यह पहली बार है जब जी-20 की बैठक अफ्रीकी जमीन पर आयोजित की जा रही है. दक्षिण अफ्रीका इससे पहले कभी मेजबान नहीं बना. यह आयोजन अफ्रीका के लिए गर्व की बात है.