Pakistan: पाकिस्तान की हिंदू महिलाओं की उम्मीद की किरण बनीं डॉ. सवीरा प्रकाश, जानें कौन हैं?

Pakistan: पाकिस्तान में कुछ समय में ही आम चुनाव होने वाले हैं. इस आम चुनाव के लिए पहली बार अल्पसंख्यक महिला उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगी डॉ. सवीरा प्रकाश.

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हाइलाइट्स

  • पाकिस्तान में अल्पसंख्यक महिला की उम्मीदवारी सुर्खियों में
  • पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने जताया डॉ. सवीरा प्रकाश

Pakistan: पाकिस्तान के आम चुनावों के तारीखों का ऐलान हो चुका है. वैसे तो पाकिस्तान के चुनाव और उसकी सरकार और उनके फैसले हमेशा ही दुनिया भर में चर्चा का विषय रहते हैं. लेकिन इस बार पाकिस्तान के आम चुनाव के सुर्खियों में रहने की वजह कुछ खास है. इसकी वजह पाकिस्तान की उथल-पुथल वाली सियासत में एक अल्पसंख्यक हिन्दू महिला की एंट्री है. पाकिस्तान की डॉ. सवीरा प्रकाश आगामी आम चुनाव में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बुनेर जिले से खड़ी होने वाली पहली हिन्दू महिला उम्मीदवार बनने जा रही हैं.

आइए जानते हैं कौन हैं डॉ. सवीरा प्रकाश.  जो पाकिस्तान जैसे देश में, जहां न सिर्फ अल्पसंख्यक समुदाय बल्कि महिलाओं की स्थिति से भी हम सब भली-भांति परिचित हैं, ऐसी स्थिति में बाकी महिलाओं के लिए प्रकाश बन कर सामने आई हैं . 

8 फरवरी को होंगे चुनाव 

पाकिस्तान जैसे देश में जहां कि राजनीति अपनी अस्थिरता और वहाँ की सैन्य कंट्रोल के कारण मशहूर है, वहाँ एक अल्पसंख्यक महिला का चुनावी मैदान में आना कोई सामान्य बात नहीं है. पाकिस्तान की राजनीति में महिलाओं का दखल बहुत कम देखने को मिलता है , और ऐसे में एक महिला वो भी हिन्दू का उम्मीदवार बनना पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचता है. डॉ. सवीरा प्रकाश पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) की टिकट पर खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बुनेर जिले से चुनाव लड़ने वाली हैं. 

कौन हैं डॉ. सवीरा प्रकाश

साल 2022 में पाकिस्तान के एबटाबाद इंटरनेशनल मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने वाली डॉ. सवीरा प्रकाश पाकिस्तान में होने वाले आम चुनाव लड़ने वाली पहली हिन्दू महिला उम्मीदवार हैं. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ने वाली डॉ. प्रकाश के पिता भी डॉक्टर ही थे, जो अभी हाल ही में सेवानिवृत हुए हैं.

इसके साथ ही उनके पिता, डॉ. ओम प्रकाश भी पिछले 35 साल से  पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सक्रिय सदस्य हैं. डॉ. सवीरा प्रकाश अभी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की महिला विंग की महासचिव के रूप में कार्यरत हैं. उन्होंने  23 दिसंबर को PK-25 की सामान्य सीट के लिए अपना नामांकन पत्र जमा कर दिया है.

'एक डॉक्टर होने के कारण सेवा मेरे खून में है'

अपनी उम्मीदवारी को लेकर लगातार चर्चा में बनी डॉ. सवीरा प्रकाश ने कहा कि मेडिकल पृष्ठभूमि से आने के कारण मानवता की सेवा उनके खून में है. अपने राजनीति में आने के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने पाकिस्तान के सरकारी अस्पतालों के खराब प्रबंधन के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर के रूप में सरकारी अस्पतालों में खराब प्रबंधन और असहायता का अनुभव करने के कारण ही एक निर्वाचित विधायक बनने का फैसला लिया.