ईरान पर हमले के बाद पलट गया पाकिस्तान! नोबेल शांति पुरस्कार के लिए अमेरिका को करना था नामित अब कर रहा निंदा

अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु केंद्रो पर किए गए हमले के बाद पाकिस्तान के बोल बदलते नजर आ रहे हैं. हमले के एक दिन पहले इस्लामाबाद ने डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल पुरस्कार के लिए नामित करने की बात कही थी. हालांकि अब उन्होंने अमेरिका द्वारा किए गए हमले की निंदा की है.

Date Updated
फॉलो करें:
Courtesy: Social Media

Pakistan After US Attacks Iran: इजरायल के साथ शुरु हुआ ईरान का जंग अब अमेरिका तक पहुंच चुका है. धीरे-धीरे अब कई देश अप्रत्यक्ष रुप से इस जंग का हिस्सा बन रहे हैं. अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु केंद्रो पर किए हमले पर अब पाकिस्तान की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. 

पाकिस्तान ने एक दिन पहले नोबेल शांति पुरस्कार के लिए डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन किया था, हालांकि अगले ही दिन ईरान पर हमले के बाद अमेरिका की निंदा भी की है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, पाकिस्तान ने कहा कि वह पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने के जोखिम को लेकर 'गंभीर रूप से चिंतित' है.

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय का बयान 

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका द्वारा किए गए इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह हमला 'अंतर्राष्ट्रीय कानून के सभी मानदंडों का उल्लंघन करता हैं'. साथ ही कहा कि ईरान को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत खुद का बचाव करने का अधिकार है. इस्लामाबाद द्वारा कहा गया कि ईरान के खिलाफ चल रही आक्रामकता के कारण तनाव और हिंसा में अभूतपूर्व वृद्धि बेहद परेशान करने वाली है. तनाव में किसी भी तरह की और वृद्धि से क्षेत्र और उससे परे के लिए गंभीर रूप से हानिकारक प्रभाव पड़ेंगे.' साथ ही यह भी कहा कि हम नागरिक जीवन के लिए इस लड़ाई को जल्द खत्म करने की आवश्यकता पर जोर देते हैं. सभी को अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करना चाहिए. 

नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित 

पाकिस्तान ने तीनों देशों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों और उद्देश्यों के अनुरूप बातचीत और कूटनीति की वापसी का आग्रह किया. इससे एक दिन पहले पाकिस्तान ने कहा कि वह इस साल की शुरुआत में भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान उनके नेतृत्व के लिए 2026 में नोबेल शांति पुरस्कार के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नामांकन का समर्थन करेगा. इस्लामाबाद की ओर से भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान अमेरिकी द्वारा की गई कूटनीतिक हस्तक्षेप की प्रशंसा की गई थी. पाकिस्तान का यह तब आया था जब डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया ट्रुथ पर यह दावा किया था कि उन्हें चार से पांच बार नोबेल शांति पुरस्कार देना चाहिए था लेकिन वो ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि वे यह पुरस्कार केवल उदारवादियों को देते हैं. 

Pakistan After US Attacks Iran: इजरायल के साथ शुरु हुआ ईरान का जंग अब अमेरिका तक पहुंच चुका है. धीरे-धीरे अब कई देश अप्रत्यक्ष रुप से इस जंग का हिस्सा बन रहे हैं. अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु केंद्रो पर किए हमले पर अब पाकिस्तान की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. 

पाकिस्तान ने एक दिन पहले नोबेल शांति पुरस्कार के लिए डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन किया था, हालांकि अगले ही दिन ईरान पर हमले के बाद अमेरिका की निंदा भी की है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, पाकिस्तान ने कहा कि वह पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने के जोखिम को लेकर 'गंभीर रूप से चिंतित' है.

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय का बयान 

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका द्वारा किए गए इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह हमला 'अंतर्राष्ट्रीय कानून के सभी मानदंडों का उल्लंघन करता हैं'. साथ ही कहा कि ईरान को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत खुद का बचाव करने का अधिकार है. इस्लामाबाद द्वारा कहा गया कि ईरान के खिलाफ चल रही आक्रामकता के कारण तनाव और हिंसा में अभूतपूर्व वृद्धि बेहद परेशान करने वाली है. तनाव में किसी भी तरह की और वृद्धि से क्षेत्र और उससे परे के लिए गंभीर रूप से हानिकारक प्रभाव पड़ेंगे.' साथ ही यह भी कहा कि हम नागरिक जीवन के लिए इस लड़ाई को जल्द खत्म करने की आवश्यकता पर जोर देते हैं. सभी को अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करना चाहिए. 

नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित 

पाकिस्तान ने तीनों देशों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों और उद्देश्यों के अनुरूप बातचीत और कूटनीति की वापसी का आग्रह किया. इससे एक दिन पहले पाकिस्तान ने कहा कि वह इस साल की शुरुआत में भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान उनके नेतृत्व के लिए 2026 में नोबेल शांति पुरस्कार के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नामांकन का समर्थन करेगा. इस्लामाबाद की ओर से भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान अमेरिकी द्वारा की गई कूटनीतिक हस्तक्षेप की प्रशंसा की गई थी. पाकिस्तान का यह तब आया था जब डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया ट्रुथ पर यह दावा किया था कि उन्हें चार से पांच बार नोबेल शांति पुरस्कार देना चाहिए था लेकिन वो ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि वे यह पुरस्कार केवल उदारवादियों को देते हैं. 

Tags :