'कांग्रेस ने 75 बार संविधान बदला...', संसद में PM मोदी ने विपक्ष पर बोला हमला; जानें चर्चा की जरुरी बातें

पीएम मोदी संविधान पर चर्चा के दौरान विपक्ष पर हमला बोला है. उन्होंनेकहा कि कांग्रेस के एक परिवार ने संविधान को कुचल दिया है. मैं एक परिवार का जिक्र इसलिए कर रहा हूं क्योंकि 75 सालों में से 55 साल एक ही परिवार ने राज किया.

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Courtesy: PTI

PM Narendra Modi: भारतीय संविधान के 75 साल पूरा होने पर पक्ष-विपक्ष द्वारा दो दिवसीय डिबेट का आयोजन किया गया था. जिसके बाद 13 और 14 दिसंबर को संविधान को लेकर चर्चा की गई. जिसमें शुक्रवार को वायनाड सांसद प्रियंका गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके सरकार को लेकर हमला बोला. जिसके जवाब में पीएम मोदी ने शनिवार को विस्तृत भाषण दिया. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान संविधान के मूल्यों को बनाए रखने के लिए भारतीय जनता पार्टी द्वारा उठाए गए कदमों और कांग्रेस द्वारा वर्षों से संविधान को नुकसान पहुंचाने के कई उदाहरण दिया. इस दौरान संसंद में पक्ष और विपक्ष के बीच कई मुद्दों को लेकर चर्चा हुई. 

इतिहास का काला अध्याय

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के एक परिवार ने संविधान को कुचल दिया है. मैं एक परिवार का जिक्र इसलिए कर रहा हूं क्योंकि 75 सालों में से 55 साल एक ही परिवार ने राज किया. परिवार की गलत सोच और नीति को आगे बढ़ाया गया. उन्होंने कहा कि संविधान बदलना उनकी आदत बन गई थी. कांग्रेस को शिकार करने का चस्का लग गया और उन्होंने बार-बार ऐसा किया. उन्होंने संविधान पर बार-बार हमला किया. इसे 75 बार बदला गया.

पीएम मोदी ने कहा कि जब देश संविधान के 50 साल पूरे कर रहा था, तब आपातकाल लगा दिया गया, संवैधानिक प्रावधानों को खत्म कर दिया गया इतना ही नहीं नागरिकों के सभी अधिकारों को छीन लिए गए. कांग्रेस पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस अपने माथे से इस कलंक को कभी नहीं धो सकती. इसने लोकतंत्र का गला घोंट दिया. इमरजेंसी इतिहास का एक काला अध्याय है. लोग उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे.

विपक्ष पर बोला हमला 

  • भारत के संविधान ने आजादी के समय की सभी नकारात्मक संभावनाओं को नकारते हुए हमें इतना आगे ला दिया है. इस परीक्षा में सफल होने के लिए नागरिक बधाई के पात्र हैं.
  • भारत अब लोकतंत्र की जननी के रूप में जाना जाता है. हमने लोकतंत्र को जन्म दिया. भारत दुनिया में लोकतंत्र की जननी है. 
  • संसद और मंत्रिपरिषद में महिला सदस्यों की संख्या बढ़ रही है. खेल, शिक्षा से लेकर हर क्षेत्र में महिलाओं का प्रतिनिधित्व तेजी से बढ़ रहा है. महिलाएं विकास के केंद्र में हैं, संविधान इसका आधार है. 
  • जब देश संविधान के 50 साल पूरे कर रहा था तब आपातकाल लाया गया. संवैधानिक प्रावधानों को खत्म किया गया. नागरिकों के अधिकार छीने गए. कांग्रेस अपने माथे से इस कलंक को कभी नहीं धो सकती.इसने लोकतंत्र का गला घोंटा. यह देश के इतिहास का एक काला अध्याय है. लोग उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे. 
  • पीएम मोदी ने कहा कि जब हमने 50 साल पूरे किए, तो वाजपेयी सरकार ने संविधान के 50 साल पूरे होने का जश्न मनाया. जब मैं सीएम था तब हमने हाथी पर संविधान की गौरव रथ यात्रा निकाली थी, जिसमें सीएम पैदल चल रहे थे.
  • हमने संविधान की भावना के तहत 13 दिन सरकार चलाई अटल जी ने समायोजन की राजनीति नहीं चुनी. 1998 में हमारे पास एनडीए सरकार थी लेकिन सरकार को अस्थिर करने के प्रयास किए गए. हम तब सांसदों को खरीद सकते थे, लेकिन अटल जी ने असंवैधानिक तरीकों का इस्तेमाल करने के बजाय एक वोट से हारना चुना. 
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