दिल्ली ब्लास्ट में अल फलाह विश्वविद्यालय का लिकं? यूनिवर्सिटी ने दिया फर्स्ट रिएक्शन

अल फलाह विश्वविद्यालय की कुलपति ने कहा कि फरीदाबाद में पकड़े गए आतंकी मॉड्यूल और दिल्ली लाल किला विस्फोट से जुड़े गिरफ्तार डॉक्टरों का संस्थान से कोई लेना देना नहीं है. वे सिर्फ अपनी नौकरी कर रहे थे. विश्वविद्यालय जांच में पूरा सहयोग दे रहा है और सभी आरोपों का खंडन करता है.

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Courtesy: X (@hinduu012)

फरीदाबाद में आतंकी मॉड्यूल के पकड़े जाने और दिल्ली में लाल किला के पास हुए विस्फोट के बाद अल फलाह विश्वविद्यालय सुर्खियों में आ गया है. इस घटना में कम से कम दस लोग मारे गए थे. विश्वविद्यालय की कुलपति भूपिंदर कौर ने बुधवार को साफ किया कि संस्थान का इन मामलों से कोई संबंध नहीं है. गिरफ्तार डॉक्टर सिर्फ अपनी नौकरी निभा रहे थे.

विश्वविद्यालय ने एक बयान जारी कर सभी आरोपों को झूठा बताया. जांच एजेंसियों को पूरा सहयोग देने का वादा किया गया है. यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण सभी की नजरें संस्थान पर टिकी हैं.

कुलपति ने दिया स्पष्ट बयान

भूपिंदर कौर ने कहा कि फरीदाबाद में पकड़े गए आतंकी मॉड्यूल और दिल्ली लाल किला विस्फोट के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए डॉक्टरों से संस्थान का कोई संबंध नहीं है. सिवाय इसके कि वे अपनी आधिकारिक क्षमता में काम कर रहे हैं. उन्होंने आगे बताया कि दिल्ली विस्फोट में दस लोग मारे गए थे. फरीदाबाद में आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ होने के कुछ घंटे बाद यह घटना हुई. इसके बाद विश्वविद्यालय जांच के दायरे में आ गया. कुलपति ने बयान में कहा कि हम इस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम से व्यथित हैं और इसकी निंदा करते हैं. गिरफ्तार किए गए दो डॉक्टरों से विश्वविद्यालय का कोई संबंध नहीं है, सिवाय इसके कि वे विश्वविद्यालय में अपनी आधिकारिक क्षमता में काम कर रहे हैं. यह बयान विश्वविद्यालय की ओर से जारी किया गया ताकि अफवाहों पर रोक लगे. संस्थान ने साफ किया कि वह किसी गलत काम में शामिल नहीं है.

गिरफ्तार डॉक्टरों पर आरोप और जवाब

गिरफ्तार डॉक्टरों पर भारी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट और हथियार रखने का आरोप है. कुलपति ने इस पर कहा कि परिसर में ऐसा कोई रसायन नहीं रखा जाता. विश्वविद्यालय की प्रयोगशालाएं सिर्फ पढ़ाई और प्रशिक्षण के लिए हैं. बयान में आगे कहा गया कि हम ऐसे सभी झूठे और अपमानजनक आरोपों की कड़ी निंदा करते हैं और इनका स्पष्ट रूप से खंडन करते हैं. कुछ प्लेटफ़ॉर्म द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार, विश्वविद्यालय परिसर में किसी भी रसायन या सामग्री का उपयोग, भंडारण या संचालन नहीं किया जा रहा है. विश्वविद्यालय की प्रयोगशालाओं का उपयोग केवल और केवल एमबीबीएस छात्रों और अन्य अधिकृत पाठ्यक्रमों की शैक्षणिक और प्रशिक्षण आवश्यकताओं के लिए किया जाता है. यह स्पष्टीकरण इसलिए जरूरी था क्योंकि सोशल मीडिया और कुछ प्लेटफॉर्म पर गलत जानकारी फैलाई जा रही थी. विश्वविद्यालय ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया.

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