Maharashtra Cabinet Expansion: महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति ने रविवार को 39 नए मंत्रियों के साथ अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया. हालांकि अभी भी महत्वपूर्ण विभागों के आवंटन पर सस्पेंस जारी है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अगले दो से तीनों दिनों के अंदर विभागों का आवंटन किया जाएगा.
रविवार को हुए शपथ ग्रहण में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 19 विधायक, एकनाथ शिंदे की शिवसेना के 11 और अजीत पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नौ विधायकों ने राजभवन में पद की शपथ ली. शपथग्रहण लिए मंत्रियों में 18 चेहरे बिल्कुल नए हैं. ये नेता पहली बार मंत्री बनें हैं, जिसमें बीजेपी के 7, शिवसेना के 5 और एनसीपी के 6 नेता शामिल है.
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने सुझाव दिया कि इन चेहरों को 2.5 महीने में बदला जा सकता है. वहीं शिंदे ने अपनी पार्टी के मंत्रियों को 2.5 साल के कार्यकाल के लिए प्रतिबद्ध किया. उन्होंने कहा कि जो अच्छा काम करेंगे वे आगे बढ़ेंगे. इस फेरबदल में भाजपा के सुधीर मुनगंटीवार, एनसीपी के छगन भुजबल और दिलीप वाल्से पाटिल और शिवसेना के अब्दुल सत्तार सहित कई बड़े चेहरों को मंत्रिमंडल से बाहर रखा गया है.
वहीं सूत्रों का कहना है कि सत्ता और उनके पार्टी सहयोगी तानाजी सावंत को बाहर रखने का फैसला भाजपा की आपत्तियों से प्रभावित था. स्वास्थ्य विभाग में सावंत के कार्यकाल को टेंडर प्रक्रियाओं को दरकिनार करने और आईएएस अधिकारियों के साथ टकराव के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था.
भाजपा से पंकजा मुंडे और माधुरी मिसाल, और एनसीपी से अदिति तटकरे को कैबिनेट मंत्री बनाया गया. जबकि भाजपा की मेघना बोर्डिकर को राज्य मंत्री बनाया गया. हालांकि विभागों के बंटवारे के बाद शिवसेना के पुनर्गठन से कुछ आंतरिक अशांति पैदा हुई है. विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने अपने विधायक पद को बरकरार रखते हुए पार्टी पदों से इस्तीफा दे दिया और मगथाने के विधायक प्रकाश सुर्वे ने अनदेखी किए जाने पर निराशा व्यक्त की.
राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन ने नागपुर में राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र की पूर्व संध्या पर नए मंत्रियों को शपथ दिलाई. 1991 में सुधाकरराव नाइक मंत्रिमंडल विस्तार के बाद शहर में इस तरह का यह पहला समारोह था. विपक्षी एमवीए की आलोचना को संबोधित करते हुए फडणवीस ने अपनी सरकार का बचाव किया. उन्होंने कहा किहमारी सरकार सत्ता में इसलिए आई क्योंकि हर वोट महाराष्ट्र के लिए गया है. मेरी सरकार संविधान के अनुसार काम करती है और संविधान की गरिमा का सम्मान करना हमारी प्राथमिकता है.