B Sudershan Reddy Filed Nomination: इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी ने गुरुवार को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया. इससे पहले बुधवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने भी इसी पद के लिए नामांकन दाखिल किया था.
बी सुदर्शन रेड्डी ने कांग्रेस के बड़े नेताओं की मौजूदगी में अपना नामांकन पत्र जमा किया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सांसद राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और केसी वेणुगोपाल इस दौरान उनके साथ थे. इसके अलावा, शिवसेना के सांसद संजय राउत, प्रियंका चतुर्वेदी और एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार भी मौजूद रहे. यह दर्शाता है कि रेड्डी को विपक्षी गठबंधन का मजबूत समर्थन प्राप्त है.
रेड्डी ने नामांकन के बाद कहा कि मैं इस अवसर के लिए आभारी हूं. मेरा लक्ष्य देश की सेवा करना और संविधान की रक्षा करना है. उन्होंने विपक्षी नेताओं के समर्थन को अपनी ताकत बताया. एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने बुधवार को भी उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन दाखिल किया. राधाकृष्णन को सत्तारूढ़ गठबंधन का पूरा समर्थन प्राप्त है. उनके नामांकन के दौरान कई वरिष्ठ भाजपा नेता मौजूद थे. राधाकृष्णन ने कहा कि मैं एनडीए का आभार व्यक्त करता हूं. मेरा प्रयास होगा कि देश की प्रगति और एकता के लिए काम करूं. उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान 9 सितंबर को किए जाएंगे. नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, दोनों पक्षों की ओर से उम्मीदवारों ने नामांकन प्रक्रिया पूरी कर ली है. उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सांसद वोट डालते हैं. वर्तमान में एनडीए के पास संसद में बहुमत है, जिससे राधाकृष्णन की स्थिति मजबूत मानी जा रही है. हालांकि, विपक्षी गठबंधन ने भी रेड्डी के समर्थन में एकजुटता दिखाई है. यह चुनाव न केवल राजनीतिक दलों की ताकत का परीक्षण होगा, बल्कि यह भी तय करेगा कि देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा.
उपराष्ट्रपति का पद देश के संवैधानिक ढांचे में महत्वपूर्ण है. यह न केवल राज्यसभा का सभापति होता है, बल्कि राष्ट्रपति की अनुपस्थिति में उनकी जिम्मेदारियां भी संभालता है. इस चुनाव को 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना के रूप में देखा जा रहा है. दोनों गठबंधन अपनी ताकत दिखाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं. चुनाव के नतीजे यह तय करेंगे कि अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा. रेड्डी और राधाकृष्णन दोनों ही अनुभवी नेता हैं. रेड्डी को विपक्ष का समर्थन है, जबकि राधाकृष्णन को सत्तारूढ़ गठबंधन का भरोसा. अब सभी की नजरें मतदान की तारीख और परिणामों पर टिकी हैं.