शिमला की संजौली मस्जिद में नमाज रोकने का विवाद! छह लोगों पर FIR, वायरल वीडियो के बाद पुलिस एक्शन में

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली क्षेत्र में नमाज पढ़ने से रोकने का मामला तूल पकड़ लिया है. सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. आरोपियों में चार महिलाएं भी शामिल हैं.

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Sanjauli Mosque dispute: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली क्षेत्र में नमाज पढ़ने से रोकने का मामला तूल पकड़ लिया है. सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. आरोपियों में चार महिलाएं भी शामिल हैं. पुलिस ने यह कार्रवाई सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और कानून-व्यवस्था बाधित करने से जुड़ी धाराओं के तहत की है.

क्या है मामला?

शुक्रवार को विभिन्न राज्यों से आए कई लोग संजौली स्थित उस मस्जिद की ओर जा रहे थे, जिसे कोर्ट ने पहले ही अवैध घोषित किया है और जिसे हटाने का आदेश भी दिया जा चुका है. जैसे ही नमाजी मस्जिद के पास पहुंचे, देवभूमि संघर्ष समिति से जुड़े कुछ लोगों ने उन्हें रोक लिया. आरोपियों का तर्क था कि जब मस्जिद कानूनी रूप से मान्य नहीं है, तो वहां नमाज क्यों पढ़ी जा रही है.

मौके पर मौजूद कुछ महिलाओं ने नमाजियों का विरोध करते हुए जोरदार हंगामा किया. उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लोगों से पहचान पत्र दिखाने की मांग की और इलाके में उनकी आवाजाही पर सवाल उठाए.

वायरल वीडियो के बाद पुलिस की कार्रवाई

पूरी घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो गया. वीडियो सामने आते ही पुलिस ने स्वतः संज्ञान लिया और जाँच शुरू कर दी. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, 4 महिलाओं समेत छह लोगों के खिलाफ सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और सार्वजनिक व्यवस्था में बाधा डालने से संबंधित भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.

पुलिस का कहना है कि वीडियो और स्थानीय गवाहों के आधार पर और भी लोगों को चिन्हित किया जा रहा है. मौके पर हालात तनावपूर्ण होने पर पुलिस टीम तैनात की गई थी, जिसने भीड़ को शांत कर स्थिति को नियंत्रण में लिया.

स्थानीय महिलाओं का आरोप

विरोध कर रही कुछ महिलाओं ने यह भी दावा किया कि इलाके में अज्ञात लोगों की आवाजाही से उन्हें असुरक्षा महसूस होती है और कुछ लोग घरों के भीतर झांकते हैं. पुलिस फिलहाल इन आरोपों की भी जांच कर रही है.

जिला प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की अफवाहों या भड़काऊ संदेशों पर ध्यान न देने की अपील की है. अधिकारियों ने कहा है कि सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

पुलिस ने आश्वासन दिया है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. साथ ही, मामले की विस्तृत जांच जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि घटना में और कौन लोग शामिल थे.

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