Karnataka Floods: कर्नाटक में लगातार हो रही भारी बारिश की वजहसे कृष्णा नदी बेसिन में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है. महाराष्ट्र से भारी मात्रा में पानी आने और लगातार बारिश के कारण नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. स्थानीय प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है. अधिकारियों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है. प्रमुख जलाशय अपनी पूरी क्षमता के करीब पहुंच रहे हैं, जिससे खतरा और बढ़ गया है.
महाराष्ट्र से आए पानी और भारी बारिश के कारण बसवा सागर जलाशय, जिसे नारायणपुर बांध भी कहते हैं, के सभी 30 गेट खोल दिए गए हैं. अधिकारियों ने जलाशय से 1.60 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इससे शीलहल्ली पुल और शीलहल्ली हंचिनाल पुल डूब गए हैं. कद्दारागड्डी, यारिगोडी और हंचिनाल जैसे गाँवों का सड़क संपर्क टूट गया है.
कृष्णा नदी के साथ-साथ भीमा नदी भी खतरे के निशान के करीब बह रही है. मलप्रभा नदी बेसिन में भी भारी बारिश ने स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ा दी है. नदियों के बढ़ते जलस्तर ने आसपास के गाँवों में बाढ़ का खतरा पैदा कर दिया है. प्रशासन ने लोगों से घरों पर रहने की अपील की है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले सात दिनों तक कर्नाटक में भारी बारिश की चेतावनी दी है. खासकर तटीय और उत्तरी आंतरिक जिलों में व्यापक बारिश की संभावना है. इस हफ्ते में दक्षिण कन्नड़, उडुपी और उत्तर कन्नड़ जिलों में भारी बारिश हो सकती है. बीदर, कलबुर्गी और यादगीर में गरज के साथ बारिश और तेज हवाओं की आशंका है.
मौसम विभाग के अनुसार, बेंगलुरु में अगले 48 घंटों तक बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश हो सकती है. शहरवासियों को मौसम के हिसाब से सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें स्थिति पर नजर रख रही हैं. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने और राहत सामग्री उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है. प्रभावित गांवों में बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं. प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और सरकारी निर्देशों का पालन करने की अपील की है.