दिल्ली-एनसीआर में मूसलाधार बारिश, कई इलाकों में भरा पानी! IMD ने जारी किया अलर्ट

दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम के कई इलाकों में सुबह-सुबह तेज बारिश हुई. गुरुग्राम के बसई रोड से सामने आए वीडियो में सड़कों पर पानी भरा नजर आया. कई जगहों पर यातायात धीमा पड़ा और लोगों को दफ्तर या स्कूल जाने में परेशानी हुई.

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Courtesy: Social Media

Delhi-NCR Rain: दिल्ली-एनसीआर में हुई भारी बारिश से गुरुवार सुबह मौसम सुहाना तो हुआ, लेकिन कई इलाकों में जलभराव ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पहले येलो अलर्ट जारी किया था, जिसे सुबह रेड अलर्ट में बदल दिया गया. IMD की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक अगले कुछ घंटों में तेज बारिश हो सकती है.

दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम के कई इलाकों में सुबह-सुबह तेज बारिश हुई. गुरुग्राम के बसई रोड से सामने आए वीडियो में सड़कों पर पानी भरा नजर आया. कई जगहों पर यातायात धीमा पड़ा और लोगों को दफ्तर या स्कूल जाने में परेशानी हुई.

आईएमडी का पूर्वानुमान

आईएमडी ने अपने सुबह के बुलेटिन में कहा कि अगले 2-3 घंटों के दौरान दिल्ली और एनसीआर में ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश होगी. विभाग की वेबसाइट के मुताबिक, दोपहर 12:30 बजे तक भारी बारिश की चेतावनी जारी है पिछले कुछ दिनों से दिल्ली-एनसीआर में लगातार तेज बारिश दर्ज की जा रही है. मंगलवार को भी भारी बारिश के चलते कई उड़ानें देरी से चलीं और कुछ रद्द करनी पड़ीं. रेड अलर्ट केवल दिल्ली-एनसीआर तक सीमित नहीं है. IMD ने दिल्ली के साथ-साथ उसके आस-पास के राज्य हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड समेत उत्तर मध्य प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आज तेज बारिश की संभावना जताई है.

बारिश का आंकड़ा और मौसमी कारण

आईएमडी के मुताबिक, इस साल की शुरुआत से अब तक दिल्ली में 706 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है, जो सामान्य वार्षिक औसत (774.4 मिमी) का लगभग 91% है. स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि पिछले साल ला नीना की स्थिति ने मानसून को तेज किया था, जबकि इस बार तटस्थ परिस्थितियां हैं. इसके बावजूद उत्तर-पश्चिम भारत में कई सक्रिय मौसम प्रणालियां हैं, जो लगातार नमी ला रही हैं. इससे अधिकतर दिनों में हल्की से मध्यम और कुछ दिनों में भारी बारिश हो रही है. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगस्त महीने में और बारिश होने की संभावना है, जिससे बाकी का वर्षा घाटा भी पूरा हो सकता है.

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