India Bloc Protest: इंडिया ब्लॉक के कई नेता आज संसद के बाहर मकर द्वारा पर एकत्रित हुए थे. राहु गांधी और अखिलेश यादव समेत कई बड़े नेताओं ने मिलकर संसद से चुनाव आयोग के कार्यालय की ओर मार्च निकाला. इस दौरान भारी हंगामा देखने को मिला. पुलिस की ओर से इन नेताओं को परमिशन नहीं दी गई थी, इसके बावजूद ये आगे बढ़ते रहे.
सांसदों ने 'लोकतंत्र की चोरी बंद करो' और 'वोट चोरी नहीं सहेगा भारत' जैसे नारे लिखी तख्तियां थामीं. लेकिन दिल्ली पुलिस ने इनपर एक्शन लेते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया. मिल रही जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, संजय राउत और सागरिका घोष समेत कई नेताओं को पुलिस की गाड़ी में बैठा देखा गया.
प्रदर्शन के दौरान स्थिति तब बिगड़ गई, जब टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा और मिताली बाग बेहोश हो गईं. साथी नेताओं ने उन्हें पानी और प्राथमिक उपचार देकर होश में लाने की कोशिश की. मिताली बाग को अस्पताल ले जाया गया. पुलिस ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और जयराम रमेश समेत कई सांसदों को हिरासत में ले लिया. हिरासत के बाद राहुल गांधी ने कहा कि यह लड़ाई राजनीतिक नहीं, बल्कि संविधान को बचाने की है. सच्चाई देश के सामने है.
विपक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा, चुनाव आयोग के साथ मिलकर लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम लोगों के वोट के अधिकार की रक्षा के लिए लड़ रहे हैं. भाजपा की तानाशाही नहीं चलेगी. मार्च में कांग्रेस, टीएमसी, सपा, डीएमके, आरजेडी और वामपंथी दलों के सांसद शामिल थे. डीएमके के टी आर बालू, शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत, टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा जैसे नेता भी मौजूद थे. विपक्ष ने मांग की कि 'वोट चोरी' के आरोपों की निष्पक्ष जांच हो. नेताओं का कहना है कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए यह प्रदर्शन जरूरी था. अखिलेश यादव ने कहा कि हम चुप नहीं बैठेंगे. जनता का हक छिनने नहीं देंगे.'