दिल्ली के महिपालपुर इलाके में रेडिसन होटल के पास गुरुवार सुबह तेज आवाज सुनाई देने से कुछ देर के लिए लोगों में डर फैल गया. यह घटना सुबह करीब नौ बजकर अठारह मिनट पर हुई. आवाज की सूचना मिलते ही पुलिस और आपातकालीन टीम तुरंत मौके पर पहुंची. कॉल करने वाले व्यक्ति से बात करने पर पता चला कि उसने गुरुग्राम की तरफ जाते समय यह आवाज सुनी थी.
टीम ने पूरे इलाके की अच्छी तरह जांच की लेकिन कोई विस्फोट या नुकसान का कोई चिह्न नहीं मिला. स्थानीय लोगों से बातचीत में एक सुरक्षा गार्ड ने खुलासा किया कि यह आवाज धौला कुआं की ओर जा रही एक डीटीसी बस के पिछले टायर के फटने से आई थी. बस चालक ने भी इसकी पुष्टि की. अधिकारियों ने कहा कि सब कुछ सामान्य है और घबराने की कोई जरूरत नहीं है.
लाल किले के पास दस नवंबर को हुए विस्फोट ने पूरे दिल्ली को हिला कर रख दिया. इस घटना में तेरह लोग मारे गए और कई घायल हुए. घायलों का इलाज लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल में चल रहा है. विस्फोट के बाद दिल्ली पुलिस ने शहर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया. सभी प्रमुख चौराहों और संवेदनशील जगहों पर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं, आने जाने वाले वाहनों की सघन जांच हो रही है.
बाजारों होटलों और सार्वजनिक स्थानों पर निगरानी बढ़ा दी गई है. लोगों में डर का माहौल है लेकिन अधिकारी उन्हें आश्वासन दे रहे हैं कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं. स्कूलों और दफ्तरों में भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. जांच एजेंसियों ने लाल किला विस्फोट को फरीदाबाद के एक आतंकी मॉड्यूल से जोड़ा है. इस गिरोह के कई सदस्यों को पकड़ा गया है. हैरानी की बात यह है कि इनमें कुछ डॉक्टर भी शामिल हैं.
अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तारियां जारी हैं और पूछताछ से और खुलासे हो सकते हैं. दिल्ली के अलावा आसपास के इलाकों में भी छापेमारी चल रही है. आतंकवाद निरोधक दस्ते ने कई संदिग्ध स्थानों की निगरानी शुरू कर दी है. विस्फोट के बाद दिल्ली की सुरक्षा में कई बदलाव किए गए हैं. मुख्य सड़कों पर बैरिकेडिंग बढ़ाई गई है. रेलवे स्टेशन और मेट्रो पर अतिरिक्त चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं.
पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु की जानकारी तुरंत दें. हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं. साथ ही सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है. महिपालपुर की घटना ने दिखाया कि लोग कितने सतर्क हो गए हैं. एक साधारण टायर फटने की आवाज को भी विस्फोट समझ लिया गया. यह अच्छी बात है कि नागरिक जागरूक हैं लेकिन अफरा तफरी से बचना भी जरूरी है.लाल किला मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी कर रही है. आतंकी मॉड्यूल के तार अन्य शहरों से भी जुड़ सकते हैं.पुलिस ने कई और संदिग्धों की सूची तैयार की है.