दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने मंगलवार को खुलासा किया कि सोमवार शाम लाल किले के पास मुख्य सड़क पर हुई कार विस्फोट की घटना कश्मीर के एक डॉक्टर से जुड़ी है.
डॉक्टर फरीदाबाद में पकड़े गए बड़े विस्फोटक जखीरे वाले आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा था. घटना में आठ लोग मारे गए और 21 घायल हुए. पुलिस ने कार की जांच से यह संबंध पता किया.
पुलिस ने बताया कि विस्फोट वाली सफेद हुंडई i20 कार पुलवामा के उमर उन नबी के पास थी. उमर दो अन्य डॉक्टरों मुजम्मिल शकील और आदिल अहमद से जुड़ा था. ये दोनों हाल ही में गिरफ्तार हुए थे. एक अधिकारी ने बताया कि उमर तक पहुंचने में हमें काफी समय लगा. कार सलमान नाम के एक व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत थी, जिसने बताया कि उसने इसे देवेंद्र नाम के एक व्यक्ति को बेच दिया था.
देवेंद्र को पकड़ लिया गया और उसने बताया कि उसने इसे तारिक नाम के एक व्यक्ति को बेच दिया था. जब हम तारिक की तलाश कर रहे थे, तो हमें पता चला कि कार आखिरी बार उमर के पास थी. हम उसे ढूंढ रहे थे और फिर पता चला कि हमले के समय वह i20 कार में ही था. हमें यह भी पता चला कि वह उसी मॉड्यूल में काम करता है जिसमें उसके डॉक्टर दोस्त मुज़म्मिल शकील और आदिल अहमद काम करते हैं, जिन्हें 2800 किलोग्राम आरडीएक्स सामग्री के साथ पकड़ा गया था.
विस्फोट के दौरान कार में तीन लोग सवार थे. शाम करीब चार बजे कार पास की पार्किंग में खड़ी थी. फिर यह छत्ता रेल चौक पर यू टर्न लेकर लोअर सुभाष मार्ग की ओर गई. सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि कार सिग्नल के पास पहुंची और गति धीमी हुई, तभी विस्फोट हुआ. पुलिस ने विस्फोट का समय शाम छह बजकर बावन मिनट बताया. आसपास के वाहन प्रभावित हुए. दूसरे अधिकारी ने कहा कि हां, हमारी शुरुआती जांच के अनुसार उमर कार चला रहा था और शायद उसकी मौत हो गई है. हम शवगृह के डॉक्टरों से पूछताछ कर रहे हैं. उसने यह सब योजना बनाई और अपने दोस्तों की गिरफ्तारी के बाद इसे अंजाम दिया. हमें जम्मू-कश्मीर पुलिस से भी उनके संबंधों की पुष्टि मिली है. उन्होंने उमर की पहचान कर ली है.