गोवा के अरपोरा स्थित बिर्च बाय रोमियो लेन नाइटक्लब में लगी भीषण आग की जांच में एक बड़ा मोड़ सामने आया है. इस हादसे में 25 लोगों की जान गई थी. पुलिस ने अब नाइटक्लब के पार्टनर और चार मालिकों में से एक अजय गुप्ता को हिरासत में ले लिया है. बताया जा रहा है कि घटना के तुरंत बाद गुप्ता फरार हो गए थे, जिसके बाद उनके ख़िलाफ़ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया.
दिल्ली में उनकी लोकेशन ट्रेस होने के बाद उन्हें पकड़ा गया और गोवा ट्रांसफर की प्रक्रिया जारी है. आधिकारिक रूप से उन्हें गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा. गोवा पुलिस के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि अजय गुप्ता इस मामले में हिरासत में लिया गया छठा व्यक्ति है. अधिकारियों ने बताया कि वह नाइटक्लब के मालिकों के पार्टनर में शामिल हैं.
इस हादसे के बाद गोवा सरकार ने एक स्पेशल कमेटी बनाकर जांच की निगरानी शुरू कर दी है. वहीं, पुलिस भी लगातार गिरफ्तारी की कार्रवाई कर रही है. अब तक नाइटक्लब के पांच कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जिसमें राजीव मोदक (चीफ जनरल मैनेजर), विवेक सिंह (जनरल मैनेजर), राजीव सिंघानिया (बार मैनेजर), रियांशु ठाकुर (गेट मैनेजर) और भारत कोहली (कर्मचारी) का नाम शामिल है. शुरुआती रिपोर्ट में कई गंभीर नियमों के उल्लंघन की पुष्टि हुई है. नाइटक्लब के पास फायर डिपार्टमेंट का जरूरी नोऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) तक मौजूद नहीं था.
गोवा की इस घटना ने देश के अन्य शहरों में भी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है. छुट्टियों और नए साल के भीड़भाड़ वाले मौसम से पहले नोएडा और गुरुग्राम में बार, पब, रेस्टोरेंट और एंटरटेनमेंट जगहों का बड़े स्तर पर निरीक्षण शुरू हो चुका है. नोएडा में, चीफ फायर ऑफिसर (CFO) प्रदीप कुमार की अगुवाई में लगभग 50 लोकेशंस का निरीक्षण किया गया. फायर सर्विस, एक्साइज और इलेक्ट्रिकल सेफ्टी विभाग की संयुक्त टीमों ने इन जगहों की जांच की. CFO के अनुसार, ज़्यादातर जगहें नियमों का पालन करती पाई गईं. जहां भी खामियां थीं, उन्हें तुरंत सुधारने को कहा गया है. पुलिस कमिश्नर विकास कुमार अरोड़ा ने कहा कि शहर के 36 पुलिस स्टेशनों की टीमें एक्टिव रूप से निरीक्षण कर रही हैं. DCP और SHO स्तर के अधिकारी स्वयं फील्ड में उतरकर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं.