Tirupati Temple Laddu Controversy: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने तिरुमाला मंदिर का दौरा रद्द कर दिया है, जब पुलिस ने उन्हें और उनकी पार्टी के सदस्यों को नोटिस जारी किए. यह नोटिस उस विवाद के चलते जारी किए गए थे, जिसमें प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले लड्डुओं की तैयारी में कथित तौर पर एनिमल फैट के इस्तेमाल का आरोप लगाया गया था.
शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, जगन रेड्डी ने मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उनकी तेलुगु देशम पार्टी (TDP) पर हिंदू धर्म का राजनीतिक लाभ उठाने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी नायडू का समर्थन कर रही है, जबकि उन्हें ‘गंदी राजनीति’ से रोकना चाहिए.
जगन रेड्डी ने कहा, 'इतिहास में पहली बार किसी को मंदिर जाने से रोका गया है.' उन्होंने नोटिस दिखाते हुए कहा कि अगर YSRCP के कोई सदस्य तिरुमाला के कार्यक्रमों में भाग लेंगे, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनकी तिरुमाला मंदिर यात्रा को बाधित करने की कोशिश की जा रही है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, जगन रेड्डी ने स्पष्ट किया कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) में घी की गुणवत्ता की जांच के लिए पहले से ही सख्त प्रक्रिया लागू है. यह प्रक्रिया तीन चरणों में होती है, और यदि कोई समस्या पाई जाती है, तो घी की टंकियों को वापस भेज दिया जाता है. उन्होंने बताया कि इसी तरह की प्रक्रिया उनके शासन के दौरान भी जारी थी.
जगन ने कहा कि जुलाई में, जब मिलावटी घी पाया गया, तो टंकियों को वापस भेज दिया गया था. यह पुष्टि की गई कि उस घी का उपयोग लड्डू बनाने में नहीं किया गया था. उन्होंने एक वीडियो भी चलाया जिसमें TTD के कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि घी में सब्जियों की वसा मिली हुई थी, न कि पशु वसा, और उसे कभी लड्डू प्रसाद में इस्तेमाल नहीं किया गया.
जगन ने चंद्रबाबू नायडू के शासनकाल का जिक्र करते हुए कहा कि 2014 से 2019 के बीच 14-15 घी की टंकियां गुणवत्ता में खामी के चलते रिजेक्ट की गईं थीं. वहीं, 2019 से 2024 के बीच 18 टंकियां रिजेक्ट की गईं. उन्होंने बताया कि 18 सितंबर को नायडू ने एनिमल फैट की अफवाह फैलाई, और 19 सितंबर को TDP ने गुजरात के नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड की एक रिपोर्ट जारी की. 20 सितंबर को TTD के अधिकारी ने फिर से पुष्टि की कि घी का इस्तेमाल नहीं किया गया था और टंकी को वापस भेज दिया गया था.
जगन रेड्डी ने तिरुमाला में अपनी कई यात्राओं का जिक्र करते हुए कहा कि उनके लिए इंसानियत ही धर्म है. उन्होंने कहा, 'मैं निजी तौर पर बाइबल पढ़ता हूं, जबकि सार्वजनिक रूप से हिंदू धर्म को मानता हूं और इस्लाम व सिख धर्म का भी सम्मान करता हूं.' उन्होंने सवाल किया, 'क्या आप केवल मेरे धर्म को जानने के बाद ही मुझे मंदिर में प्रवेश देंगे?' जगन ने दलितों के लिए चिंता जताते हुए कहा कि यदि एक पूर्व मुख्यमंत्री के साथ ऐसा हो सकता है, तो आम जनता के साथ क्या होगा?
अंत में, उन्होंने बीजेपी से पूछा कि यदि वे हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व करते हैं, तो वे तिरुमाला के भगवान वेंकटेश्वर और पवित्र लड्डू की प्रतिष्ठा को झूठे आरोपों से खराब होने क्यों दे रहे हैं.