देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो लगातार ऑपरेशनल संकट से जूझ रही है. क्रू की कमी और तकनीकी समस्याओं के चलते उड़ानों में देरी और कैंसलेशन का दौर सातवें दिन भी जारी रहा.
मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट से एयरलाइन ने आठ से अधिक घरेलू उड़ानें रद्द कर दीं. हालांकि रविवार की तुलना में सोमवार को हालात थोड़े सुधरे और कई डोमेस्टिक फ्लाइट्स के लिए चेक-इन प्रक्रिया शुरू कर दी गई.
मुंबई एयरपोर्ट से इंडिगो की अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिलहाल शेड्यूल के अनुसार संचालित हो रही हैं. इससे विदेशी यात्रियों को राहत जरूर मिली है, लेकिन घरेलू यात्रियों का असंतोष लगातार बढ़ रहा है. इंडिगो के ऑपरेशनल संकट का असर अन्य बड़े एयरपोर्ट्स पर भी साफ दिखा. हैदराबाद एयरपोर्ट पर सोमवार को 77 फ्लाइट्स कैंसल की गईं, जिनमें 38 आगमन और 39 प्रस्थान वाली उड़ानें थीं. चेन्नई एयरपोर्ट पर भी 71 फ्लाइट्स रद्द हुईं, जिनमें 38 जाने वाली और 33 आने वाली उड़ानें शामिल थीं.
दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पर इंडिगो ने कुल 134 उड़ानें रद्द कीं. जिसमें 75 प्रस्थान और 59 आगमन वाली. वहीं बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 127 फ्लाइट्स कैंसिल की गईं, जिससे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. दिल्ली एयरपोर्ट ने यात्रियों को आगाह किया है कि परिस्थितियों के चलते सोमवार को भी देरी और कैंसलेशन की संभावना बनी हुई है.
एडवाइजरी में कहा गया है कि ऑपरेशन सामान्य रूप से चल रहे हैं, लेकिन कुछ उड़ानों को ऑपरेशनल कारणों से रीशेड्यूल या रद्द किया जा सकता है. यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे एयरपोर्ट पहुंचने से पहले अपनी फ्लाइट का स्टेटस चेक कर लें. हालात की गंभीरता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि रविवार को इंडिगो ने 650 से अधिक फ्लाइट्स कैंसल कर दी थीं.
एयरलाइन ने प्रभावित यात्रियों के लिए 610 करोड़ रुपये तक के रिफंड प्रोसेस किए हैं.इंडिगो के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि 10 दिसंबर तक ऑपरेशंस को स्थिर करने की कोशिश की जा रही है.
एविएशन रेगुलेटर DGCA ने इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स और एयरलाइन के अकाउंटेबल मैनेजर इसिड्रो पोर्केरास को हाल की उड़ान बाधाओं पर ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया था. अधिकारियों के अनुसार, दोनों को सोमवार शाम 6 बजे तक अपना जवाब देने की अंतिम समय-सीमा दी गई है.