Mithun Chakraborty: पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने पहले भारत को परमाणु बम की धमकी दी. जिसके बाद उसके अगले ही दिन पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री विलावल भुट्टो जरदारी ने भी युद्ध की धमकी दी. उन्होंने कहा कि सिंधु जल संधि का पालन नहीं करना नई दिल्ली को भारी पड़ेगा. भुट्टों के इस बयान के पर अभिनेता से भारतीय जनता पार्टी के नेता बने मिथुन चक्रवर्ती ने पलटवार किया है. उन्होंने बिलावल भुट्टो ज़रदारी द्वारा सिंधु जल संधि में बदलाव को लेकर भारत को दी गई नई चेतावनी की कड़ी आलोचना की.
मिथुन चक्रवर्ती ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि अगर ऐसी बातें करते रहेंगे और हमारी खुफिया सनक गई, तो फिर एक के बाद एक ब्रह्मोस चलेगा. इसके साथ ही बीजेपी नेता ने व्यंग्यात्मक टिप्पणई दी है.
चक्रवर्ती ने पाकिस्तान को जवाब देते हुए कहा कि हमने एक ऐसा बांध बनाने के बारे में भी सोचा है जहां 140 करोड़ लोग पेशाब करेंगे. फिर उस बांध को खोल देंगे, जिसके बाद सुनामी आ जाएगी. उन्होंने अपने इस बयान के बाद यह साफ कहा कि मुझे पाकिस्तान के लोगों से कोई दिक्कत नहीं है. ये सारी बातें उनके (बिलावल भुट्टो) लिए कहा है. उनकी यह टिप्पणी सिंध सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बिलावल भुट्टो द्वारा दी गई चेतावनी के एक दिन बाद आई है. जिसमें उन्होंने सिंधु नदी की धारा मोड़ने को पाकिस्तान के इतिहास, संस्कृति और सभ्यता, खासकर सिंध पर हमला बताया था. भुट्टों ने कार्यक्रम में यह आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिंधु नदी पर जल परियोजना पाकिस्तान की जल सुरक्षा के लिए सीधा खतरा है. उन्होंने भारत के इस कदम को मई में एक सैन्य झड़प में भारत की हार से जोड़ा.
बिलावल भुट्टों ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब बिलावल ने ऐसी चेतावनी दी हो. उन्होंने पाकिस्तान की संसद में जून में कहा था कि अगर सिंधु नदी के पानी का हिस्सा नहीं दिया गया तो देश युद्ध करेगा. भारत की ओर से पहलगाम हमले बाद पाकिस्तान पर एक्शन लेते हुए सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया गया था. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि यह समझौता कभी बहाल नहीं होगा. इससे पहले, पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने भारत को एक नई परमाणु धमकी देते हुए चेतावनी दी थी कि अगर भारत के अस्तित्व पर संकट आया, तो इस्लामाबाद अपने परमाणु शस्त्रागार का इस्तेमाल कर सकता है. विदेश मंत्रालय ने असीम मुनीर की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस नई परमाणु धमकी ने पाकिस्तान के परमाणु कमान और नियंत्रण की सुरक्षा और विश्वसनीयता पर संदेह को और पुख्ता कर दिया है. साथ ही, यह भी कहा कि भारत किसी भी परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करता रहेगा.