केरल के वायनाड जिले में बीते हफ्ते आए भारी भूस्खलन से प्रभावित हुए इलाकों का आज शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दौरा किया. प्रधानमंत्री मोदी का वायनाड भूस्खलन को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग के बीच यह पहला वायनाड दौरा है. इस बीच पीएम मोदी कन्नूर एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर के जरिए प्रभावित क्षेत्रों के बीच पहुंचे.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार,पीएम मोदी सबसे पहले चूरलमाला के एक शिविर में पहुंचे जहां भूस्खलन से रेस्क्यू किए गए लोगों को रखा गया है. इस दौरान उन्होंने शिविर में रह रहे लोगों से बातचीत की. यहां आपदा में अपने परिवार को खो देने वाले दो बच्चे भी मौजूद थे. ऐसे में पीएम मोदी ने पीड़ितों के सिर और कंधों पर हाथ रखा जिससे वे अपनी आपबीती को सुनाते हुए रो पड़े.
पीएम मोदी भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर से चूरलमाला, पंचिरिमट्टम और मुंडक्कई बस्तियों का निरीक्षण किया. वे कलपेट्टा स्थित एसकेएमजे हायर सेकेंडरी स्कूल में उतरे के बाद सड़क के रास्ते चूरलमाला पहुंचे. प्रधानमंत्री ने सेना के द्वारा बनाए गए 190 फुट ब्रिज पर पैदल याात्रा करते नुकसान का जायजा लिया. इस दौरान पीएम के साथ केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी भी मौजूद रहे.
इस बीच पीएम मोदी ने कहा कि मुझे जब से इस घटना के बारेे में पता चला है, तब से मैं इसके बारे में जानकारी ले रहा हूं. इस आपदा में केंद्र सरकार की सभी एजेंसियां मदद कर रही हैं. आपदा के बाद से ही तुरंत काम पर लग गईं हैं. यह कोई सामान्य आपदा नहीं है. हजारों परिवारों के सपने चकनाचूर हो गए. मैंने पीड़ितों से मुलाकात की जिन्होंने आपदा का सामना किया. अस्पताल में घायलों से मुलाकत भी की.
इस दौरान पीएम मोदी ने आपदा से प्रभावित हुए लोगों को हर संभव मदद प्रदान करने का भरोसा दिलाया है और कहा कि हमारी प्रर्थानाएं उनके साथ हैं. इस आपदा के बाद बचे हुए लोगों को मैं भरोसा दिलाना चाहता हूं कि वे इस मुश्किल की घड़ी में अकेले नहीं है. प्रधानमंत्री के साथ दौरे में मौजूद मुख्यमंत्री पीनराई विजयन ने कहा कि वे भारत सरकार को जरूरी सहायता के लिए लिखित में जानकारी भेजेंगे.
प्रधानमंत्री की एक झलक पाने के लिए लोग भूस्खलन प्रभावति क्षेत्र चूरलमाला, पुंचिरिमट्टम और मुडक्कई के सड़क किनारे उनके काफिले का इंतजार कर रहे थे. पिछले महीने के 30 जुलाई को आए इस भूस्खलन में अब तक 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. इस आपदा के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने वायनाड का दौरा किया था.