ऑनलाइन गेमिंग ऐप में फंसा पैसा? जानें वापस पाने का आसान तरीका

भारत में ऑनलाइन गेमिंग को नियंत्रित करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025’ को मंजूरी दे दी है. इस बिल के कानून बनने के बाद रियल मनी गेमिंग प्लेटफॉर्म्स पर सख्ती बढ़ेगी.

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Online Gaming Bill 2025: भारत में ऑनलाइन गेमिंग को नियंत्रित करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘ऑनलाइन गेमिंग (प्रमोशन और रेग्युलेशन) बिल 2025’ को मंजूरी दे दी है. इस बिल के कानून बनने के बाद रियल मनी गेमिंग प्लेटफॉर्म्स पर सख्ती बढ़ेगी.

इसके परिणामस्वरूप, कई लोकप्रिय ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म्स अपने रियल-मनी गेम्स बंद करने की तैयारी में हैं. अगर आप भी इन प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करते हैं और आपका पैसा वॉलेट में फंसा है, तो घबराने की जरूरत नहीं. इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप अपना पैसा कैसे वापस पा सकते हैं.

नए कानून का प्रभाव

‘ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025’ के लागू होने के बाद, रियल मनी से जुड़े ऑनलाइन गेम्स पर कड़ा नियंत्रण होगा. इस कानून का उद्देश्य गेमिंग उद्योग में पारदर्शिता लाना और उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना है.

कई बड़े गेमिंग प्लेटफॉर्म्स जैसे ड्रीम11, एमपीएल, पोकरबाजी, माय11सर्कल, जूपी, विंजो और प्रोबो ने घोषणा की है कि वे अपने रियल-मनी ऑफरिंग्स को बंद कर रहे हैं. हालांकि, इन कंपनियों ने यह भी स्पष्ट किया है कि यूजर्स का पैसा पूरी तरह सुरक्षित है और निकासी की प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी रहेगी.

फंसे पैसे को वापस पाने का तरीका

अगर आपका पैसा किसी ऑनलाइन गेमिंग ऐप के वॉलेट में फंसा है, तो आप इसे आसानी से निकाल सकते हैं. इन कंपनियों ने रियल-मनी गेम्स बंद करने का फैसला किया है, लेकिन अन्य गेमिंग गतिविधियां और वॉलेट सेवाएं जारी रहेंगी. यूजर्स अपने अकाउंट बैलेंस को किसी भी समय निकाल सकते हैं. पैसा निकालने की प्रक्रिया बेहद सरल है:

लॉगिन करें: अपने गेमिंग ऐप में लॉगिन करें और वॉलेट सेक्शन में जाएं.
निकासी अनुरोध: ‘विड्रॉल’ या ‘निकासी’ विकल्प चुनें और अपनी UPI आईडी या बैंक खाता विवरण दर्ज करें.
प्रक्रिया का समय: निकासी अनुरोध करने के 24 से 48 घंटों के भीतर पैसा आपके खाते में जमा हो जाएगा.

कंपनियां यह सुनिश्चित कर रही हैं कि यूजर्स को कोई असुविधा न हो और उनका पैसा सुरक्षित रूप से वापस मिले.

प्रमुख गेमिंग कंपनियों का रुख

देश की प्रमुख गेमिंग कंपनियों ने नए कानून का पालन करने का फैसला किया है. इस कंपनी की वैल्यूएशन 2021 में 8 अरब डॉलर थी.

पोकरबाजी ने सोशल मीडिया पर कहा कि वह अपने रियल-मनी गेम्स को बंद कर रही है, लेकिन यूजर्स का पैसा सुरक्षित है और निकासी की सुविधा उपलब्ध रहेगी. माय11सर्कल ने भी अपने रियल-मनी गेम्स को बंद करने की घोषणा की और यूजर्स को आश्वासन दिया कि वे आसानी से अपने वॉलेट बैलेंस को निकाल सकते हैं.

भविष्य की संभावनाएं

नए कानून से ऑनलाइन गेमिंग उद्योग में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं. कई कंपनियां अब फ्री-टू-प्ले मॉडल या अन्य गैर-मौद्रिक गेमिंग सेवाओं की ओर रुख कर रही हैं. यूजर्स के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपने अकाउंट की स्थिति की जांच करें और समय रहते अपना पैसा निकाल लें.

ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 के लागू होने से गेमिंग इंडस्ट्री में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी. अगर आपका पैसा किसी गेमिंग ऐप में फंसा है, तो तुरंत निकासी अनुरोध करें. यह प्रक्रिया सरल और सुरक्षित है, और आपका पैसा जल्द ही आपके खाते में होगा.

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